#shadi विवाह पंजीकरण क्यों जरूरी? क्या है इसके फायदे, वरना नहीं माने जाएंगे शादीशुदा

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आपने शादी कर ली लेकिन इसका क्या प्रमाण है, क्या आप कानूनन पति-पत्नी हैं या नहीं? दरअसल, कानूनन रूप से शादी के प्रमाण के रूप में शादी पंजीकरण होना जरूरी होता है। लेकिन लोग इसके प्रति जागरूक नहीं है इसलिए अनदेखी करते हैं।

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आपको बता दें कि शादी का पंजीकरण काफी जरूरी होता है। अगर आपने अभी तक शादी का पंजीकरण नहीं कराया है तो निबंधन दफ्तर में पंजीकरण करा लें। जानकारी के अनुसार शादी के एक साल के अंदर विवाह पंजीकरण कराने पर 10 रूपये शुल्क पड़ता है। एक साल बाद पंजीकरण कराने पर 50 रूपये विलंब शुल्क देना होता है। इसलिए विवाह पंजीकरण काफी जरूरी होता है।

विवाह पंजीकरण के फायदें
विवाह पंजकीरण होने पर विरासत में मिली संपत्ति का वितरण आसान हो जाता है।

पति या पत्नी को विदेश ले जाने पर यही प्रमाणपत्र मान्य होता है।

कई मुकदमे ऐसे हुए, जिनमें पति की मौत के बाद दूसरी महिला पत्नी के रूप में खड़ी होकर संपत्ति पर दावा करने लगी।

विवाह पंजीकरण बैंक या बीमा का दावा करने में सहायक होता है।

ऐसे होगा आवेदन

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विवाह पंजीकरण के लिए igrsup.gov.in पर आनलाइन आवेदन करना होता है। इसके बाद निबंधन दफ्तर से मिली तारीख पर वहां जाकर बायोमेट्रिक करानी होती है। आवेदन के साथ विवाह का कार्ड, यह न होने पर हलफनामा, निवास का प्रमाण जैसे आधार कार्ड, पहचान पत्र या बैंक पास बुक की छाया प्रति लगानी होती है।