रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुए दरोगा
रामपुर एसकेटी डॉटकॉम
पीड़ित पक्ष न्याय के लिए जहां पुलिस के अफसरों से मदद की उम्मीद करता है तो उन्हें मदद के बजाय रिश्वत देने के लिए दबाव डाला जाता है ताकि उनके बयान सही तरीके से ले जा सके ऐसा ही कुछ रामपुर के थाना सवार की दरोगा सुखेंद्र कुमार ने रेप पीड़ित और दहेज उत्पीड़न के एक मामले में पीड़िता के भाई से ₹25000 रिश्वत के तौर पर देने की मांग की ताकि उनके बयान कोर्ट में ही लिए जा सके जिस पर पीड़िता के भाई ने उनसे ₹20000 बात की जिसके बाद उन्होंने इस सारे मामले की शिकायत एंटी करप्शन विंग से की जिसके बाद एंटी करप्शन विंग ने जाल बिछाकर दरोगा सुखेंद्र कुमार को रंगे हाथों पकड़ लिया
जानकारी के अनुसार प्रदेश के जनपद रामपुर में एक दारोगा ने दहेज और रेप पीड़ित पक्ष के लोगों से ही अदालत में बयान दिलाने के नाम पर 20 हजार रुपए की रिश्वत की मांग कर डाली, इस सब का नतीजा यह हुआ की एंटी करप्शन की टीम ने दारोगा को रंगे हाथ पकड़ कर अपने शिकंजे में दबोच लिया है।
शिकायतकर्ता मोहम्मद रशीद ने अपनी बहन नसीम जहां का मुकदमा थाना स्वार में दहेज कानून एक्ट की धारा 376डी, 377, 313, 498ए, आईपीसी 3/4 के तहत लिखवाया था, मामले में दारोगा सुकेंद्र कुमार इसकी तफ्तीश कर रहे थे. तफ्तीश में कोर्ट में नसीम जहां के बयान कराने थे तो उसका बयान कराने के लिए दारोगा कुमार ने पैसों की डिमांड कर डाली।
यहां लड़की के भाई से 20 हजार रुपये पर बात हुई थी, एंटी करप्शन निरीक्षक अंजू भदौरिया ने बताया कि यहां 20 हजार रुपये लेते हुए हमने दारोगा को रंगे हाथ पकड़ लिया, इसके बाद उसे थाना सिविल लाइंस लेकर आए क्योंकि स्वार में जहां हमने पकड़ा था वहां बहुत ज्यादा भीड़ भाड़ वाली मार्केट थी और सुरक्षा व्यवस्था नहीं हो सकती थी। यहां शांति व्यवस्था भंग होने की संभावना थी जिसके चलते हम उसे थाना सिविल लाइन लेकर आए। एंटी करप्शन निरीक्षक अंजू भदौरिया ने कहा कि मामले में लीगल कार्रवाई की जा रही है। इन पर लड़की के बयान कराने को लेकर 20 हजार रुपे रिश्वत मांगने का आरोप था एक ही शिकायत थी उसी को हमने ट्रैप किया है। एंं
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