काँग्रेस में 4 कार्यकारी अध्यक्षों की परिपाटी पर नाराजगी, विद्यायक धामी का पार्टी छोड़ने का ऐलान संजय किरौला एवं महेश कांडपाल ने भी जतायी नाराजगी

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हलद्वानी एसकेटी डॉटकॉम

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कॉन्ग्रेस के द्वारा प्रदेश में संगठन स्तर पर चार कार्यकारी अध्यक्षों के मनोनयन से जहां एक और धारचूला के विधायक युवा तुर्क हरीश धामी ने नाराजगी जताई और पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया उन्होंने कहा इस छोटे से प्रदेश में 4 -4 कार्यकारी अध्यक्ष बनाना उचित नहीं है इसके अलावा पार्टी ने पूर्व में दगाबाजी करने वाले उन लोगों को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है जिससे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है उन्होंने कहा कि वह मौके पर अपनी बात कहेंगे उन्होंने आर्यन शर्मा को कोषाध्यक्ष बनाए जाने का विरोध किया है । उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ चुनाव लड़ा और कांग्रेस को हराने में विशेष भूमिका निभाई इन्हें बड़ा पद देकर सम्मानित किया जा रहा है।

वही ऐसे लोगों को बड़े पद दिए जा रहे हैं जो पार्टी प्रत्याशियों के विपरीत कार्य करते हैं छोटे से बड़े कार्यकर्ताओं में इस तरह के कार्यो नाराजगी सामने आ रही है उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष संजय किरौला ने कहा कि 4 कार्यकारी अध्यक्ष बनाना ठीक नही है। लेकिन हाई कमान ने सोच समझ कर ही फैसला लिया होगा। जिससे निश्चित रूप से पार्टी को लाभ मिलेगा। समर्पित कार्य कर्ताओ की अनदेखी नही होनी चाहिये।

नैनीताल जिले के महासचिव महेश कांडपाल ने भी अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि पार्टी ने दागी बाकी लोगों को सम्मान दिया है पुलिस था वही पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को समितियों में ही रोक दिया है।

ऐसे लोग पार्टी पर दबाव बनाकर बड़ा पद हथिया लेते हैं जिससे कार्यकर्ताओं में निराशा भर जाती है। इधर यह सूचना आई है की पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कर फोन धामी के एलान पर उन्हें धैर्य रखने एवं पार्टी के लिए काम करने को कहां।