अपने साथियों पर गोली बरसाने की सच्चाई सीआरपीएफ जवान ने बताई

Ad
Ad
ख़बर शेयर करें

बीते दिनों छत्तीसगढ़ के सुकमे जिले में एक सेना ने अपने साथियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी जिसमे चार जवानों की मौत हो गई थी वहीं दो जवान घायल हो गए थे। अब खुलासा हुआ है कि आरोपी जवान का नाम रितेश रंजन है जो की बिहार का रहने वाला है। रितेश लिंगनपल्ली CRPF 217BN में तैनात है।रितेश ने CRPF कैंप के अधिकारियों को बताया कि ड्यूटी खत्म होने के बाद आपस में हंसी मजाक चल रहा था। रविवार को रितेश को साथियों का मजाक बुरा लगा। रितेश और जवानों के बीच विवाद हो गया लेकिन वो वहां से चला गया। कैंप के अंदर स्थित जिस बैरक में रितेश रहता था उसी बैरक में सेना के 9 जवान भी रहते थे।

रविवार और सोमवार की रात रितेश की कैंप में संतरी की ड्यूटी लगी थी। रात के 3 बजे वह ड्यूटी पर जाने के लिए तैयार हो रहा था और बाकी 9 जवान गहरी नींद में सोए हुए थे। गुस्से में रितेश ने रात 3:15 मिनट पर अपनी सर्विस रायफल AK-47 से साथियों पर फायरिंग कर दी। जिसमे चार जवानों की मौत हो गई जबकि 2 जवान उठे और चारपाई के नीचे छुप गए।
गोलियों की आवाज सुनकर अन्य बैरक पर सोए जवान और ड्यूटी पर तैनात जवान मौके पर आए और रितेश के हाथों से गन छीनी। जवानों को तो लगा कि नक्सलियों ने हमला किया है। लेकिन जवान के हाथ में रायफल देख उनके होश उड़ गए। इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई। फिलहाल पुलिस और CRPF के अधिकारियों की तरफ से इन बातों की कोई पुष्टि नहीं हुई है। बैरक के अंदार जाने पर बैन लगा है।
जानकारी मिली है कि जिन चार जवानों की मौत हुई है वो बिहार और पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे। वहीं 2 घायल जवानों का रायपुर में इलाज के भद्राचलम हॉस्पिटल भर्ती करवा दिया है। बस्तर IG सुंदरराज पी ने जांच में बताया कि, जवान की छुट्टी स्वीकारी जा चुकी थी। रितेश 13 तारीख को अपने घर बिहार जाने वाला था। घर जाने के लिए उसने पहले से ही रिजर्वेशन भी करवा लिया था। इसलिए छुट्टी न मिलने की वजह से उसने इस तरह का कदम उठाया होगा। फिलहाल पुलिस ने रितेश को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ भी कर रही है। उसके पास मिले दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है।