नहीं थम रहा सांप्रदायिक तनाव, बीजेपी नेता को भी रातों रात करना पड़ा गांव खाली

ख़बर शेयर करें

उत्तरकाशी के पुरोला में सांप्रदायिक तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पुरोला में नाबालिग हिंदू लड़की के अपहरण की कोशिश के आरोप में दो समुदाय विशेष के युवकों की गिरफ्तारी के बाद माहौल दिन पर दिन खराब होता जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से समुदाय विशेष के व्यापारी अपनी दुकान खाली कर पलायन कर चुके हैं। शहर छोड़ने वालों में बीजेपी नेता भी शामिल हैं।

Ad
Ad


ये था मामला
अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष ने खाली किया गांव
बता दें टाइम्स ऑफ़ इंडिया (TOI) के मुताबिक बीजेपी नेता मोहम्मद जाहिद पुरोला में करीब 25 सालों से रह रहे थे। वह बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने अपने कपड़े की दुकान खाली कर परिवार के साथ बुधवार रात पुरोला से निकल गए। बताया है रहा है कि इससे तीन दिन पहले भी एक समुदाय विशेष व्यापारी ने अपनी दुकान खाली कर गांव से चले गए थे।

तीन साल पहले हुए थे भाजपा में शामिल
बता दें बीजेपी नेता जाहिद तीन साल पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे और पार्टी में खूब सक्रिय भी रहे हैं। तीन फरवरी 2023 को उन्हें उत्तरकाशी का जिला अध्यक्ष बनाया गया था। TOI की एक रिपोर्ट के मुताबिक जाहिद (बीजेपी नेता) के जानकर एक व्यापारी ने बताया कि ‘जिला अध्यक्ष बनाए जाने से पहले वह कई पदों पर रहे हैं। उनका दुर्भाग्य ये रहा की पार्टी भी उनकी कोई मदद नहीं कर सकी’।

आधी रात को करना पड़ा गांव खाली
‘भाजपा अध्यक्ष को आधी रात गांव से जाना पड़ा। यदि सत्ताधारी दल के किसी व्यक्ति का ये हाल है तो आम आदमी का क्या होगा ?’ पूरे घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष इंतजार हुसैन ने बताया कि ‘ उत्तरकाशी के जिलाध्यक्ष ने मुझे करीब एक सप्ताह पहले फोन किया था’।

‘मेरे द्वारा उन्हें पार्टी वर्किंग कमेटी की बैठक में आकर वरिष्ठों के साथ इस विषय पर चर्चा करने को कहा गया था। लेकिन स्वास्थ्य समस्याओं के चलते वो बैठक में नहीं आ पाए। उन्होंने कहा था कि सरकार प्रदेश में भाईचारा कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध है’।

ये था मामला
उत्तरकाशी के पुरोला में बीते 26 मई को एक नाबालिग छात्रा को भगाने के आरोप में एक मुस्लिम और हिन्दू युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना के बाद से ही पुरोला में मुस्लिम समुदाय के विरुद्ध ग्रामीणों और व्यापारियों ने मोर्चा खोला हुआ है।