वेप एग्रो फार्म से स्थानीय व्यवसाय के निखरने की उम्मीद

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हलद्वानी एसकेटी डॉट कॉम

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गौलापार के ग्रामीण क्षेत्रो में बकरियों एवम मुर्गियों को स्थानीय व्यवसाय के तौर पर पैर जमाने का सुनहरा अवसर मिल रहा है यहाँ पर विभिन्न प्रजाति की पहाड़ी ,देसी एवम हरियाणवी बकरियां उचित कीमत पर मिलती है इसकी वजह से बकरी पालन का व्यवसाय ग्रामीणों के लिए आर्थिक तौर पर फायदे का सौदा बनता जा रहा है

इसके अलावा मुर्गियों की विभिन्न प्रजातियों जिनमें देसी और कड़कनाथ प्रमुख रूप से शामिल है कड़कनाथ के अंडे दिल के मरीजो के लिए भी काफी अच्छे माने जाते हैं। इसके अलावा कड़कनाथ मुर्गे का मीट भी दिल के मरीज आसानी से ले सकते हैं क्योंकि इन में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बिल्कुल नहीं होती है तथा यह स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा कारगर माना जाता है।

देसी मुर्गियों के बजाय कड़कनाथ मुर्गे का मीट बेहतर माना जा रहा है अब धीरे-धीरे लोग कड़कनाथ मुर्गी या तथा उनके अंडों का सेवन करने लगे हैं। पहाड़ी बकरियां भी अब अन्य प्रजातियों की बकरियों से ज्यादा बेहतर मूल्य की मिल रही है पहाड़ी बकरियों में जोकि हरी घास पत्ते का चयन करते हैं उनके मीट में किसी भी प्रकार की बीमारी की संभावना नहीं रहती है

यहां सीआरपीएफ कैंप के नजदीक काली चौड़ मंदिर के पास स्थित एग्रो फार्मिंग कड़कनाथ देसी मुर्गी के अंडे ₹300 ट्रे तथा देसी मुर्गी के अंडे ₹250 ट्रे के हिसाब से उपलब्ध है। वही बकरियां 6000 से लेकर ₹100000 तक उपलब्ध है। बकरों को लोग बड़े शौक से ले रहे हैं