पेपर लीक की आंच से झुलस सकते हैं कुमाऊं के दो कारोबारियों के हाथ

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आज के समय में युवाओं के भविष्य के साथ जिस प्रकार से खिलवाड़ किया जा रहा है और इस खिलवाड़ की वजह से ना जाने कितने युवा अपने आने वाले भविष्य के ऊपर संकट पैदा हो चुका है वहीं सरकारी नौकरी जहां पर आज के समय में ना के बराबर मिल पाती है वही शासन के द्वारा गत वर्षो में भर्ती तो निकाली गई लेकिन भर्ती की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई वहीं अब भर्ती प्रक्रिया से संबंधित एक खबर सामने चल रही है जहां पर पेपर लीक मामला आज के समय में काफी तेजी से आग पकड़ता जा रहा है इसी में इसके तार कुमाव में भी नजर आ रहे हैं जानकारी के अनुसार बता दे कि पेपर लीक मामले में अब कुमाऊं के दो कारोबारियों का नाम सामने आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इनका काम भी उत्तरकाशी के हाकम सिंह रावत जैसा ही है। इन्होंने भी दर्जनों अभ्यर्थियों को लाखों रुपये लेकर पेपर मुहैया कराए थे। एसटीएफ इनके बारे में पूरी जानकारी जुटा चुकी है। जल्द इन पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है।

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पेपर लीक मामले में पहले गढ़वाल और हरिद्वार क्षेत्र में नकल कराए जाने का शक था, लेकिन धीरे-धीरे कई जगहों के नाम जुड़ गए। बिजनौर के धामपुर का भी नाम सामने आया। यहां हाकम सिंह ने नकल सेंटर बनाया था। अब इस मामले में जांच कुमाऊं क्षेत्र पर फोकस हो गई है। यहां के दो कारोबारियों के संबंध में जानकारियां मिल रही हैं।

इनमें एक खनन से जुड़ा है और दूसरा कृषि उत्पाद की प्रोसेसिंग यूनिट चलाता है। सूत्रों के मुताबिक, एसटीएफ ने इनमें से एक कारोबारी से पूछताछ भी कर ली है। जल्द ही कुमाऊं से कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। बताया जा रहा है कि इन्होंने भी 20 से ज्यादा युवाओं को नकल कराई थी। इसके एवज में 15 से 20 लाख रुपये एक-एक से लिए गए थे। बताया जा रहा है कि कुछ और लोग भी इनके संपर्क में हो सकते हैं। इनका हाकम से संबंध है या नहीं, इस बारे में भी एसटीएफ जानकारी जुटा रही है।