गौवंश काटकर फैकने के मामले में पुलिस आरोपियों के गिरेबान के नजदीक, वाहन स्वामी का नाम भी हुआ उजागर

ख़बर शेयर करें

रुद्रपुर एसकेटी डॉट कॉम

Ad
Ad

कौमी एकता के गुलदस्ते के रूप में जाने जाने वाला रुद्रपुर एक बार फिर वर्ष 2011 की तरह सांप्रदायिक दंगों की चपेट में ना आ जाए इसके लिए उधम सिंह नगर पुलिस ने काफी तेजी से मामले के पटाक्षेप की ओर अपने कदम बढ़ा लिए। एसएसप दलीप सिंह कुंवर की दिशा निर्देशन में पुलिस ने एसओजी के साथ मिलकर 10 टीमों का गठन किया है। पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज के बाद वहां चल रहे तीन पैदल लोगों और इस काम में प्रयोग में लाए गए वाहन स्वामी का भी पता चल गया है।

पुलिस ने यह सब मामले में तत्परता दिखाते हुए 18 संदिग्धों को अपने हिरासत में लिया है उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। माना यह जा रहा है की मुख्य रूप से तीन आरोपी जो कि रामपुर स्वार के कसाई हैं की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने रामपुर पुलिस के साथ तालमेल बिठा दिया है। शीघ्र ही पुलिस इन लोगों को गिरफ्तार कर लेगी लेकिन फिलहाल यह तीनों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।

सोमवार सुबह गगन ज्योति बारात घर के सामने प्लाट में गोवंश पशुओं को काटकर फेंका गया था। मौके पर पहुंची पुलिस को हिंदूवादी संगठनों का विरोध का सामना करना पड़ा था। इस दौरान पुलिस से उनकी तीखी नोकझोंक भी हुई और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। बाद में एसएसपी दलीप सिंह कुंवर के आवास विकास चौकी प्रभारी को लापरवाही पर निलंबित करने और मंगलवार सुबह 11 बजे तक गोवंश पशुओं को काटकर फेंकने वाले आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद लोग शांत हुए। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात पर केस दर्ज करते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे। इस दौरान मिले फुटेज में दो गोवंश के साथ तीन लोग आवास विकास रोड से घटनास्थल की ओर आते हुए कैद हुए। उनके पीछे पीछे कार में सवार कुछ और लोग भी दिखाई दे रहे हैं जिनकी भी पहचान की जा रही है।

इस फुटेज के मिलने के बाद पुलिस और एसओजी की 10 टीम आरोपितों की पहचान कर उनकी धरपकड़ में जुट गई थी। साथ ही आरोपितों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने 18 से अधिक संदिग्धों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी थी। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि वारदात में शामिल तीन आरोपित रामपुर स्वार के कसाई है। उनकी तलाश में पुलिस की टीम रामपुर के साथ ही अन्य स्थानों पर दबिश दे रही है लेकिन वह फरार हो गए हैं। बताया कि घटना में कार किसकी प्रयुक्त हुई है, इसकी भी पुष्टि हो चुकी है। आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं, जल्द ही उन्हें पकड़कर पूरे मामले की परत दर परत खोली जाएगी। बताया कि आरोपितों के पकड़े जाने के बाद भी घटना के मास्टर माइंड का पता चलेगा।

रुद्रपुर की घटना को लेकर प्रशासन चौकन्ना है कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया है किसी भी तरह से शहर का माहौल ना बिगड़े इसके लिए प्रशासन ने शक्ति कर दी है जिसके बाद अब हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश कम होता जा रहा है।जब घटना के बाद वहां पर कॉन्ग्रेस की संभावित प्रत्याशी मीना शर्मा अपने पति अनिल शर्मा के समय कहां पहुंची तो वही रुद्रपुर के फायर ब्रांड विधायक राजकुमार ठुकराल और उनके भाई संजय ठुकराल ने माहौल बिगाड़ने के लिए कांग्रेस के लोगों पर आरोप लगाते हुए उनके साथ गाली गलौज की थी जिससे माहौल बिगड़ने लगा था जबकि मीना शर्मा का कहना है कि उन्हें सूचना मिलने पर वहां पहुंची सिर्फ विधायक ने उनके साथ अभद्रता की और उनके खिलाफ उन्होंने रुद्रपुर मैं मामला दर्ज भी कराया है ।

विधायक इस मामले को राजनीतिक रूप के रूप में हवा देना चाहते हैं और इसका लाभ आगामी चुनाव में उठाना चाहते हैं जबकि भाजपा के अन्य पदाधिकारी भी वहां मौजूद थे उन्होंने किसी तरह का बखेड़ा नहीं खड़ा किया था सिर्फ विधायक और उनके भाई ने इस तरह का खेड़ा और माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया था। रुद्रपुर के विधायक राजकुमार ठुकराल का कहना है कि यहां पर ऐसे लोग कई समय से सक्रिय हैं उनकी कड़ी नजर के आगे यह लोग इस तरह की वारदात करने से शहर का माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।