पूर्व सीएम पहले ही इंटेलिजेंस की मान लेते बात, तो नहीं करना पड़ता विरोध का सामना

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उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जिस प्रकार से गत दिवस पूर्व केदारनाथ गए थे जिसमें तीर्थ पुरोहितों के विरोध का उन्हें सामना करना पड़ा था और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वारयल हुआ। तीर्थ पुरोहितों ने त्रिवेंद्र गो बैक के नारे लगाए जिसके बाद त्रिवेंद्र रावत को उल्टे पैर वापस लौटना पड़ा। ये खबर नेशनल चैनलों पर छाई रही। इतना ही नहीं केदारनाथ बाबा के दर्शन को पहुंचे कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और मदन कौशिक को भी विरोध का सामना करना पड़ा।वहीं खबर है कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत को इसके लिए पहले ही चेता दिया गया था लेकिन त्रिवेंद्र रावत ने अधिकारियों की बात नहीं मानी।

खबर है कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का केदारनाथ में तीर्थ-पुरोहितों ने जमकर विरोध किया। इसको लेकर पहले ही इंटेलीजेंस यानी की पुलिस के खूफिया तंत्र ने उन्हें चेता दिया था, लेकिन इसके बावजूद भी त्रिवेंद्र सिंह केदारनाथ पहुंच गए।जिसका नतीजा ये देखने को मिला कि उनका जमकर विरोध हुआ और वहां पुलिस फोर्स तैनात होने के बावजूद भी विरोध करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। पुलिस विभाग के अधिकारियों की मानें तो यदि पूर्व मुख्यमंत्री बात मान लेते तो उन्हें विरोध का सामना नहीं करना पड़ता। तीर्थ पुरोहितों का एक ही नारा है कि चारों धाम हमारा है। तीर्थ पुरोहितों ने पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे के दिन भी विरोध की योजना बनाई है जिसको लेकर पुलिस सतर्क हो गई है।