अधिकारी हुए बेलगाम, नही सुनते हैं पब्लिक की इसीलिए कैबिनेट मंत्री भगत को झुकना पड़ा जनता के सामने
हल्द्वानी एसकेटी डॉटकॉम
मिशन 2022 की तैयारी में लगी भाजपा को ऊर्जा विभाग के अधिकारी करंट मारने लगे हैं वह जनता की बातों को गंभीरता से नहीं सुनते हैं बिजली के बिल हो अथवा ट्रांसफार्मरों की कमी हो या लो वोल्टेज की दिक्कत हो बार-बार लोगों के अनुरोध के बावजूद भी उनकी वाजिब समस्याओं को अधिकारी तवज्जो नहीं दे रहे हैं।
जिसस जनता के बीच सरकार की किरकिरी हो रही है। ऐसा ही एक मामला मानपुर पश्चिम मैं विगत रात घटा जब एक पोल की सेटिंग को लेकर ऊर्जा विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों एवं स्थानीय लोगों के बीच विवाद हो गया जिसस काफी समय तक क्षेत्र की बिजली बाधित रही। लोगों का कहना है की बिजली विभाग अपनी मनमर्जी से बिजली के पोल को दूसरी तरफ शिफ्ट कर रहा है जिससे कई तरह की परेशानियां होने की संभावना है। इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है मामला बढ़ने पर क्षेत्रीय लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जिसकी भनक रात्रि 10:00 बजे के बाद मंत्री को लगी तो वह मौके पर पहुंचे उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों से मामले का सही निराकरण करने को कहा निराकरण नहीं होने तथा इसमें ना – नुकुर होने पर मंत्री उखड़ गए और वह स्वयं भी धरने पर बैठ गए।
अपनी ही सरकार में जब वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री को धरने पर बैठना पड़ रहा हो तो जनता की सुध यह अधिकारी ले रहे होंगे यह तो खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है। अगर क्षेत्र इन लोगों की मांग सही नहीं थी तो मंत्री धरने पर क्यों बैठते अधिकारियों की लापरवाही जनता की समस्याओं की ओर ध्यान नहीं देने की वजह से सरकार की जनता में बार-बार किरकिरी हो रही है तथा यह कहा जा रहा है कि भाजपा के नेताओं में वह दम नहीं है कि वह अधिकारियों से काम करा सके। कई लोगों ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि ऐसा कांग्रेस के समय कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व इतना मजबूत था कि वह एक फोन पर ही सारे काम कराने की क्षमता रखता था।
मंत्री के धरने के विभाग के अधिकारी बैकफुट पर आ गए। उन्होंने गलती मानते हुए सथानीय लोग जहा पोल लगवाना चाहते हैं वही लगवाने की बात कही। तब जाकर सथानीय लोग माने।
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