यहाँ हल्द्वानी के पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी हो गए साइबर ठगी के शिकार, इतने लाख रुपए उड़ा लिए ठग ने#cybercrimehaldwani
haldwani news एसकेटी डॉटकॉम
लोग लगातार साइबर ठगों के झांसी में आते जा रहे हैं ऐसे में लोगों के लिए बचना काफी मुश्किल हो रहा है. साइबर क्राइम के माध्यम से रिटायर्ड लोगो लोगों को इसका शिकार बनाया जा रहा है ऐसे लोग हैं जो आजकल की ऑनलाइन पद्धति पर निपुण नहीं होते हैं साइबर ठग आसानी से अपने झांसे में फसाकर ठगी कर लेते हैं.
ऐसा ही एक मामला हल्द्वानी के बेस अस्पताल के पूर्व पीएमएस डॉ हरीश लाल के साथ भी घटा जब उन्हें अज्ञात नंबर से फोन आया इस ठग को उनके रिटायरमेंट की पूरी जानकारी थी ठग अपने आप को ट्रेजरी ऑफिसर बताकर उनसे कुछ account की जानकारी मांगी और उनसे ऑनलाइन ही कुछ फॉर्म भरवा लिए जिसके बाद ठग के पास उनके अकाउंट की पूरी जानकारी आ गई.
जहां बेस अस्पताल के पूर्व प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. हरीश लाल साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं। उन्हें ट्रेजरी अधिकारी बनकर ठग ने पेंशन व रिटायरमेंट की जानकारी दी, फिर उनके बैंक खाते से 10.5 लाख रुपये निकाल लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर सेल को सौंप दिया है।
गुरूवार को हल्द्वानी निवासी डा. हरीश लाल ने पुलिस को बताया कि विगत 24 अक्टूबर की सुबह 8.30 बजे उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को ट्रेजरी अधिकारी बताया। उसके पास उनकी पेंशन व रिटायरमेंट की पूरी जानकारी थी। ऐसे में इंप्लाई कोड व रजिस्ट्रेशन नंबर की जानकारी देकर ठग ने चार फार्म मोबाइल नंबर पर भरकर भेजने के लिए कहाइसके बाद ठग ने उनके मोबाइल पर कुछ निर्देश दिए, जिसे पूर्ण करते ही एजेमिक्स लिंक खुद ही डाउनलोड हो गया और समस्त जानकारी ठग के पास पहुंच गई।
25 अक्टूबर को उनके खाते से 10.5 लाख रुपये कट गए। इसके बाद डा. हरीश लाल को ठगी का पता चला चला तो वह बैंक पहुंचे और खाते को फ्रीज करा दिया। कोतवाल हरेंद्र चैधरी ने बताया कि अज्ञात पर धोखाधड़ी की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला साइबर सेल को भेजा गया है। साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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