कांग्रेस के इस नेता ने राहुल पर आरोप लगाते हुए सोनिया से मांगी इच्छा मृत्यु नहीं तो विधानसभा में जाकर कर लेंगे आत्महत्या

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जोधपुर एसकेटी डट कॉम

कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी को उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ नेता जो राष्ट्रीय महासचिव के साथ ही प्रवक्ता भी रह चुके हैं श्री श्याम प्रकाश शुक्ला ने पत्र लिखकर स्वयं तथा अपने परिजनों के लिए इच्छा मृत्यु की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के जोधपुर के नोरखा सिथित श्री जैन आदर्श विद्यालय मैं एक लड़की द्वारा आत्महत्या के मामले में उनके पुत्र एवं इस विद्यालय के प्राचार्य रहे प्रज्ञा प्रतीक शुक्ला एवं उनकी बहू प्रिया शुक्ला को राहुल गांधी एवं सचिन पायलट के के दौरे के दौरान हत्या साबित करवा दिया जिसकी वजह से मानवाधिकार आयोग के दबाव में न्यायालय ने उनके बेटे एवं बहू को हरिजन एक्ट के तहत 6 साल की सश्रम कारावास और ₹20000 जुर्माना कर जेल भेज दिया ।

जबकि वास्तविक रूप से जिस लड़की ने आत्महत्या की उसके विद्यालय के पीटीआई बृजेंद्र सिंह के साथ पहले ही शारीरिक संबंध रहे हैं जो कि कई बार साबित भी हुए हैं इस मामले में बृजेंद्र सिंह को समझा-बुझाकर माफीनामा लिखवाने के कारण उनके बेटे को इस मामले में फंसा दिया गया इस मामले को वर्ष 2016 में तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी जिनकी श्री जैन विद्या मंदिर के अध्यक्ष ईश्वर चंद के साथ आपसी रंजिश थी द्वारा उनको सबक सिखाने के इरादे से इस पूरी कार्यवाही को किया गया। श्री श्याम प्रकाश शुक्ला ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को जिसकी कहीं भी इस मामले में संलिप्तत नहीं थी को जबरदस्ती सचिन पायलट और राहुल गांधी के उस गांव के दौरे के बाद हत्या का रूप दे दिया जिसकी वजह से उनके बेटे को यह सजा हुई।

उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार उनके बेटे के जमानत पर पहरा लगाए हुए हैं। वह अपने स्वयं अपनी पत्नी और बेटे बेटियों तथा पुत्रों के लिए मृत्यु इच्छा की मांग करते हैं यदि उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई तो वह राजस्थान विधानसभा में आकर आत्महत्या कर लेंगे। उन्होंने कहा कि जिस लड़की ने आत्महत्या की उसके स्कूल के पीटीआई के साथ संबंध थे जिसकी वजह से उसने लोक लाज से पानी की टंकी में कूदकर आत्महत्या तो ऐसे में उनकी बेटे के ऊप हत्या का मुकदमा दबाव में लगवा दिया तथा उसे जेल भेज दिया।

उनके बेटे ने विद्यालय के प्रचार होने के नाते इस मामले में पीटीआई से माफीनामा लिखवाया था जो कि विद्यालय के प्रचार होने के नाते उनका फर्ज भी था इसके अलावा उनके बेटे का कहीं भी कोई इस आत्महत्या में रोल नहीं है इसके बावजूद उस गांव में आने के बाद इसको हत्या का मामला बना उनके बेटे को फसा दिया गया।