ब्रेकिंग -नैनीताल बैंक में अपनी अधिकांश हिस्सेदारी बेचेगा बॉब, अब सवाल क्या nainital बैंक का अस्तित्व रह पाएगा

ख़बर शेयर करें

नैनीताल एसकेटी डॉट कॉम

Ad
Ad

सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda), नैनीताल बैंक (Nanital Bank) में अपनी अधिकांश हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहा है. बैंक के निदेशक मंडल ने नैनीताल बैंक लिमिटेड (NBL) में बहुमत हिस्सेदारी के विनिवेश को मंजूरी दे दी है, और इच्छुक पार्टियों (IPs) से एक प्रारंभिक सूचना ज्ञापन (PIM) के माध्यम से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) आमंत्रित करने वाले विज्ञापन को अधिकृत किया है. यह जानकारी बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में दी.बैंक ऑफ बड़ौदा के पास वर्तमान में NBL की कुल इक्विटी शेयर पूंजी का 98.57 प्रतिशत हिस्सा है. बाकी की 1.73 प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक के पास है. लेन-देन की प्रक्रिया के बारे में विवरण PIM में दिया गया है, जिसे बुधवार को बोलीदाताओं से EOI आमंत्रित करने के लिए प्रकाशित किया जायेगा

नैनीताल बैंक एक ​शेड्यूल्ड कमर्शियल बैंक है, जिसकी स्थापना 1922 में हुई थी. इसे स्वतंत्रता सेनानी और उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत ने शुरू किया था. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्देश पर बैंक ऑफ बड़ौदा ने 1973 में नैनीताल बैंक का अधिग्रहण किया था. उत्तराखंड स्थित नैनीताल बैंक की उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में लगभग 164 शाखाएं हैं. बैंक की सभी ब्रांच सीबीएस प्लेटफॉर्म में ऑपरेट कर रही हैं. नैनीताल बैंक अपने ग्राहकों को RTGS, NEFT, SMS अलर्ट, RuPay ATM कम डेबिट कार्ड, NainiNet इंटरनेट बैंकिंग, और मोबाइल बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराता है.

वित्त वर्ष 2021-22 में नैनीताल बैंक की कुल जमा 7486 करोड़ रुपये थी. बैंक का कुल कारोबार 31 मार्च 2022 को बढ़कर 11697.66 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो सालाना आधार पर 2.24 प्रतिशत की बढ़ोतरी है.

31 मार्च 2022 को बैंक का परिचालन लाभ 100.30 करोड़ रुपये रहा. शुद्ध लाभ पिछले साल के मुकाबले बढ़कर 28.93 करोड़ रुपये रहा था. 30 सितंबर 2022 की तारीख तक नैनीताल बैंक के पास 77.5 करोड़ रुपये की पूंजी, 564 करोड़ रुपये से ज्यादा के रिजर्व व सरप्लस, 72.45 अरब रुपये के डिपॉजिट, 196 करोड़ रुपये से ज्यादा के अन्य लायबिलिटीज व प्रोविजन्स, 84.57 करोड़ रुपये से ज्यादा के फिक्स्ड एसेट्स, 342 करोड़ रुपये से ज्यादा के अन्य एसेट्स थे. 30 सितंबर को समाप्त छमाही तक मुनाफा 18.98 करोड़ रुपए था