कांग्रेस के बाहर का रास्ता देखने के बाद अकील अहमद ने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप

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मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग को लेकर बीती रात निष्कासित हुए कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद ने आज पत्रकार वार्ता की जिसमें उन्होंने कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगाए हैं साथ ही उन्होंने कहा है कि मेरा 10 बिंदुओं का मांग पत्र सभी के संज्ञान में था जिसमें एक मुद्दा मुस्लिम यूनिवर्सिटी का भी था, मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मुद्दे को लेकर सिर्फ मुझे ही संगठन से बाहर क्यों किया गया है।

और हरीश रावत बार-बार मेरे ऊपर ही क्यों आरोप लगाते हैं और कार्यवाही होनी चाहिए तो सभी नेताओं के ऊपर होनी चाहिए जिसके बाद अहमद ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हूं लेकिन सारा ठीकरा मेरे ऊपर छोड़ दिया गया है और अभिनय मत ने कहा कि मुझे 2016 में राज्य मंत्री और उपाध्यक्ष क्यों बनाया गया है इसका मुझे हरीश रावत जवाब दें। उत्तराखंड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल ने भी शर्मनाक बयान दिया था कांग्रेस ने अपनी कमियों को छुपाने के लिए मुझे उपाध्यक्ष बनाया था वही अखिलेश ने कहा कि क्या मैंने अध्यक्ष का लेटर हेड चोरी करने के बाद खुद को उपाध्यक्ष बनाया,

2017 में पीसीसी अध्यक्ष को वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशियों ने हराने का काम किया था और कांग्रेस संगठन में गुटबाजी हावी हैहरीश रावत और प्रीतम सिंह के लोग चापलूसी करते हैं और उनके ही टिकट की पैरवी भी होती है मेरे ऊपर मुस्लिम होने की वजह से कार्यवाही की जा रही है जबकि रणजीत रावत ने पैसे लेने का बयान दिया था पर उनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की गई है जबकि उनके ऊपर भी कार्यवाही की जानी चाहिए तो क्या वह जब हरीश रावत के साथ है तो क्या वह दलाली कर रहे हैं, अकील अहमद ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव हरिद्वार सीट से लड़ने का ऐलान करता हूं। इसके बाद अकील अहमद ने बयान दिया कि मुस्लिम को केवल वोट बैंक समझकर इसका इस्तेमाल किया जाता है मैं इसकी बात हाईकमान से मुलाकात करके जरूर करूंगा