डेढ़ लाख कीमत की गुलदार की खाल के साथ महंत हुए गिरफ्तार

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राज्य में वन्यजीवों को मारकर उनकी खाल का प्रयोग करना कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है लेकिन समय-समय पर ऐसे कई मामले सामने आते हैं जहां पर लोगों के द्वारा वन्यजीवों को मारकर उनकी खाल का इस्तेमाल किया जाता है एक ऐसा ही मामला पिथौरागढ़ जिले में गुलदार की खाल को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है बता दे कि पिथौरागढ़ में वन विभाग और एसओंजी की टीम ने यहां के मडखड़ायत पंचायत के महादेव मंदिर के महंत को गुलदार की खाल के साथ गिरफ्तार किया है। महंत इसी खाल पर विराजकर भकतों को दर्शन दिया गया करते थे। गिरफ्तार महंत का नाम चंदन गिरी बताया गया है। उसके पास से गुलदार की दो मीटर लंबी खाल बरामद हुई है। वन विभाग के अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं।प्रभागीय वनाधिकारी पिथौरागढ़ विनय भार्गव से मिली जानकारी के अनुसार बरामद खाल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत डेढ़ लाख के आसपास आंकी गई है।

उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि मडखड़ायत पंचायत के तोक कफलाड़ी के महादेव मंदिर के महंत वंदन गिरी के पास गुलदार की एक खाल है। जिसे वे अपने बैठने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इस सूचना पर वन विभाग और एसओजी की एक संयुक्त टीम बनाई गई।प्रभागीय वनाधिकारी पिथौरागढ़ विनय भार्गव से मिली जानकारी के अनुसार बरामद खाल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत डेढ़ लाख के आसपास आंकी गई है। उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि मडखड़ायत पंचायत के तोक कफलाड़ी के महादेव मंदिर के महंत वंदन गिरी के पास गुलदार की एक खाल है। जिसे वे अपने बैठने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इस सूचना पर वन विभाग और एसओजी की एक संयुक्त टीम बनाई गई।टीम ने कार्रवाई करते हुए रविवार को लगभग 70 वर्षीय चंदन गिरी पुत्र सरस्वती गिरी को ग्राम पंचायत मडखङायत तोक कफलाडी महादेव मंदिर के आंगन से गुलदार की खाल के साथ गिरफ्तार किया ।

जांचने पर गुलदार की इस खाल की लंबाई दो मीटर पाई गई। गुलदार के जबड़े में 4 केनेन दांत तथा ऊपरी जबड़े में 11 दांत निचले जबड़े में 12 दांत पाए गए।टीम ने जब महंत चंदन गिरी से खाल के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसका कोई भक्त उसे यह खाल दे गया था। वह बार बार अपना बयान बदलता रहा। भार्गव ने बताया कि वन क्षेत्राधिकारी पिथौरागढ़ दिनेश चंद्र जोशी के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। जिसके द्वारा यह कार्रवाई की गई टीम में प्रभारी थानाध्यक्ष जाजरदेवल गोविंद रौतेला, एसओजी टीम के प्रभारी चंद्र प्रकाश पांडे,वन दरोगा बृजेश विश्वकर्मा, उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह अधिकारी,योगेश चंद्र पांडे, वनरक्षक मनोज ज्याला, गणेश सिंह चिराला, वनरक्षक एसआई जावेद हसन,कांस्टेबल संदीप चंद्र, सीपी बलवंत सिंह आदि शामिल थे।