सरिता के जाने से फर्क नहीं महिला कांग्रेस एकजुट: नीलू (देखें वीडियो क्या कहा)

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हल्द्वानी एसकेटी डॉट कॉम

कांग्रेस की प्रदेश महिला अध्यक्ष सरिता आर्या के भाजपा में जाने के बाद महिला कांग्रेस के पदाधिकारी एक के बाद एक उनके इस फैसले को पीठ दिखाने वाला बताते हुए हमलावर हो रहे हैं। प्रदेश महिला कांग्रेस की महामंत्री पुष्पा नेगी के बाद अब प्रदेश महिला सचिव नीलू नेगी ने भी सरिता आर्या के इस फैसले को अनुचित करार देते हुए कहा कि जिस महिला को पार्टी ने किचन से निकाल कर नगर पालिका अध्यक्ष बनाते हुए विधायक और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनाया वहीं आखिर में सत्ता लोलुपता की शिकार हो गई।

कांग्रेस में अपना टिकट पक्का ना होते देख उन्होंने पाला बदल लिया जबकि उन्हें पार्टी ने महिला प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व पिछले 7 वर्षों से सौंपा हुआ था ।इसके अलावा दो बार उन्हें पार्टी ने विधायक का टिकट भी दिया इसके बावजूद वह अपने आप में संयम नहीं रख पाई।

सच की तोप के साथ एक मुलाकात में नीलू नेगी ने कहा कि सरिता के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है महिला कांग्रेस एकजुट है और उनके पीछे कोई भी महिला कांग्रेस का पदाधिकारी पार्टी छोड़कर जाने वाला है। महिला कांग्रेस अपने आप में अब और मजबूती के साथ पार्टी के साथ खड़ी है। नीलू नेगी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष भी कांग्रेस में कांग्रेस में आई उससे भाजपा को भी कोई विशेष फर्क नहीं पड़ा वह सही हाल सरिता आर्य का भी होगा उनके जाने से उत्तराखंड कांग्रेस में कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि महिलाओं की आगामी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। युवा और महिला शक्ति निश्चित रूप से कांग्रेस को सत्ता में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी कालाढूंगी विधानसभा के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी जिस भी व्यक्ति को चुनाव लड़ाने का आदेश देगी महिला कांग्रेस उसे कंधे से कंधा मिलाकर चुनाव लड़ा के विजई बनाने का भरसक प्रयास करेगी।

नीलू नेगी ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा दिया गया महिला सशक्तिकरण का नारा मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं से कांग्रेस में एक नई ताजगी आई है लेकिन प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी सरिता आर्या यह नारे को उत्तराखंड में भुनाने के बजाय पीठ दिखाकर भाजपा में चली गई जिससे निश्चित रूप से उनके राजनीतिक भविष्य पर ही फर्क पड़ेगा।

कांग्रेस एक सागर है अगर उसमें से एक दो लोटा पानी कोई निकाल लेता है तो सागर की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। फर्क उस पानी पर पड़ता है जो सागर से अलग हो गया है। नीलू नेगी ने कहा कि सरिता का यह निर्णय निश्चित रूप से अच्छा नहीं कहा जा सकता क्योंकि एक महिला होकर संयम और संघर्ष का उदाहरण जो उन्होंने देना था उसे वह नहीं दे पाई।