आयोग को क्यों मची है जल्द भर्ती करवाने की? युवाओं में असमंजस की स्थिति

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उत्तराखंड में अब तक की गई भर्तियों में धांधली की खबर सामने आने के बाद से एसटीएफ और एसआइटी इनके द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है जिनमें से अब तक कई भर्तियों में आरोपियों की गिरफ्तारी एवं नाम भी सामने आए हैं साथी नाम सामने आने के साथ ही राजनीतिक पार्टियों के दिग्गज नेता भी इस भर्ती प्रक्रिया में घोटाले के मामले में सामने आए हैं लेकिन इसके बावजूद भी सरकार के द्वारा अभी हाल ही में जो भर्ती प्रक्रिया हो रही है उसके ऊपर ध्यान है ना कि जो भर्ती प्रक्रिया पहले हो चुकी है उनमें आरोपियों के इस तरह से नाम सामने आने के बावजूद भी आयोग एवं सरकार के द्वारा कार्रवाई की जा रही है लेकिन युवाओं के मन में अभी भी यह सवाल उठ रहा है कि जिस प्रकार से भर्ती प्रक्रिया में धांधली के मामले सामने आते जा रहे हैं .

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इसके सामने आने के बाद भी आयोग का इस प्रकार से भर्ती प्रक्रिया नियमित रखना ठीक है क्योंकि कई पेपर लीक मामले सामने आ चुके हैं जिससे युवाओं के अंदर उनका मनोबल भी कम होता जा रहा है और आयोग के ऊपर भी सवालिया निशान खड़े करता जा रहा है ऐसे में सरकार ने मोर्चा संभालते हुए काफी बड़े-बड़े वादे तो कर दिए लेकिन युवा वर्ग आज भी यह सोच रहा है कि पहले जितने भी धांधली के मामले हैं इन पर कार्यवाही हो जाए उसके बाद भर्ती प्रक्रिया कराई जाए जो भर्ती पर के निष्पक्ष एवं नकल रोधी होगी जिसकी वजह से बेरोजगार बैठे युवाओं को निष्पक्ष तरीके से नौकरियां मिल पाएंगे लेकिन यदि इस बीच में अभी आयोग के द्वारा जिस प्रकार से भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है ऐसे में कहीं ना कहीं पर निष्पक्षता होने के बावजूद भी जिन बच्चों का चयन हो पाएगा उनके अंदर यह भावना तब भी रहेगी कि शायद इस पेपर में भी किसी प्रकार की सेटिंग बैठी हो या फिर जो बच्चे चयनित होकर नौकरियां हासिल कर रहे हैं इनमें कोई सोर्स या फिर पैसे खिलाकर इन्हें नौकरी मिली है अरे ऐसे में देख रहा है यह है कि आगामी 12 फरवरी को एवं जो बाकी भर्ती प्रक्रिया है इन पर आयोग किस प्रकार से कदम उठाता है या फिर आयोग के द्वारा तीन सभी भर्ती प्रक्रिया को कुछ समय के लिए ऐसे ही छोड़कर पहले आरोपियों पर शिकंजा कसने की कार्यवाही की जाती है या फिर आयोग के द्वारा युवाओं को ऐसे ही असमंजस की स्थिति में नौकरियां मुहैया कराने की कार्यवाही की जाती है अभी देखना भविष्य के गर्भ में में है कि आयोग के द्वारा किस प्रकार की कार्यवाही की जाती है

report by-ankur saxena