हल्द्वानी-नर्सिंग ऑफिसर से मारपीट मामले में पीड़ित ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से की शिकायत, जाँच कमेटी गठित

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एसटीएच के ट्रामा आईसीयू में तैनात नर्सिंग ऑफिसर से मारपीट मामले में पीड़ित ने पुलिस के बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से भी शिकायत की है। प्राचार्य ने मामले में 4 सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है।

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ट्रामा आईसीयू में नर्सिंग ऑफिसर से मारपीट मामले में गुरुवार को एलिंग वेलफेयर नर्सेज फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष बबलू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी से मिलकर शिकायत की है। प्राचार्य ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसटीएच के एमएस, सर्जरी विभाग के एचओडी, न्यूरोलॉजी के डाक्टर व नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट की चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। कमेटी से एक हफ्ते में रिपोर्ट देने को कहा गया है। प्रतिनिधि मंडल में भूपेंद्र कोरंगा, विवेक, सुशील उनियाल आदि मौजूद रहे।


क्या है मामला
आरोप है कि 18 अप्रैल को ट्रामा आईसीयू में ड्यूटी कर रहे गौलापार निवासी गौरव उप्रेती के साथ सर्जरी विभाग के पीजी डॉक्टर ने मारपीट की। गौरव के सिर-मुंह में गंभीर चोट आयी हैं वहीं उसकी अंगुली भी फ्रेक्चर हो गई। मामले में गौरव ने बुधवार को पुलिस से शिकायत की थी।


महिला नर्सिंग स्टाफ के साथ भी की अभद्रता
जिस डॉक्टर ने नर्सिंग ऑफिसर गौरव के साथ मारपीट की उस पर महिला नर्सिंग स्टाफ के साथ अभद्रता का आरोप भी है। नर्सिंग स्टाफ ने मामले की शिकायत एचओडी और एसटीएच प्रशासन से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोपी डॉक्टर ने पूर्व में पीजी कर रहे सीनियर छात्रों पर रैगिंग का आरोप भी लगाया था।


मेडिकल बनाने में भेदभाव
मेडिकल बनाने के मामले में एसटीएच प्रबंधन पर भेदभाव का आरोप भी सामने आया है। पीड़ित गौरव उप्रेती का आरोप है कि वह एसटीएच में मेडिकल बनाने के लिए आया था। मेडिकल बनाने में डॉक्टरों ने पक्षपात करते हुए मेडिकल में उसकी टूटी हुई हड्डी का जिक्र नहीं किया। गौरव ने बताया कि उसने मेडिकल बनाने वाले डॉक्टर को एक्स-रे दिखाया उसके बावजूद उन्होंने उनकी बात नहीं सुनी। इस बात को भी उन्होंने प्राचार्य के सामने उठाया है।


कोट
मामले में चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी एक हफ्ते में रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट के आधार पर जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. अरुण जोशी, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी