इस IAS को केंद्र नहीं भेजेगी धामी सरकार, वापस ली NOC

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उत्तराखंड में नौकरशाहों की कार्यशैली जहां एक ओर हमेशा से चर्चा का विषय रही है तो कई बार अच्छे नौकरशाहों की कमी भी इस राज्य को महसूस होती रही है। ऐसे में अच्छे नौकरशाहों को राज्य से बाहर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले जाने से कामकाज प्रभावित होता रहा है। ऐसा ही एक वाक्या इस बार भी सामने आया है लेकिन इस बार धामी सरकार ने इस आईएएस अफसर को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजने से इंकार कर दिया है।

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दरअसल केंद्र ने हाल ही में उत्तराखंड से प्रतिनियुक्ति पर 1992 बैच के आईएएस अफसर आनंद वर्धन को मांग लिया। अपर मुख्य सचिव के पद पर तैनात आनंद वर्धन मौजूदा समय में सीएम धामी के विश्वसनीय अफसरों में से एक हैं। ऐसे में सीएम धामी आनंद वर्धन को केंद्र के लिए रिलीज करने को तैयार नहीं है। लिहाजा सरकार ने अपनी ओर से केंद्र को दी जाने वाली एनओसी नहीं दी। अब आनंद वर्धन राज्य में ही रहेंगे।


अनुभवी भी, ईमानदार भी
आनंद वर्धन राज्य के एक तेज तर्रार आईएएस अफसर माने जाते हैं। उनके जिम्मे कई बड़े विभाग हैं। आनंद वर्धन का सरकारी कामकाज का एक लंबा अनुभव है। सरकारों को उनके इस अनुभव का लाभ भी मिलता रहा है। 1992 बैच के आनंद वर्धन न सिर्फ तेज तर्रार हैं बल्कि ईमानदार अफसरों में भी गिने जाते हैं। मौजूदा समय में वो सीएम धामी के बेहद करीब बताए जाते हैं।

वन और पर्यावरण, आबकारी, हायर एजुकेशन, वाटरशेड मैनेजमेंट जैसी विभागों की कमान संभालने वाले आनंद वर्धन की बनाई कई योजनाएं सरकारों के लिए माइल स्टोन बनीं।


मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
सीएम धामी के दूसरी बार सरकार की कमान संभालने के बाद अफसरों के तबादले अब तक नहीं हुए हैं। माना जा रहा है कि चंपावत उपचुनाव खत्म होने के बाद अब सीएम धामी अफसरों को नए सिरे से जिम्मेदारी देने पर लग सकते हैं. ऐसे में संभव है कि आनंद वर्धन का कद और बढ़ जाए।