मंदिर में की चोरी, फिर हुआ ऐसा की चोर को लिखना पड़ा माफीनामा
कभी कभी चोरों को भी पता चला जाता है कि चोरी करना अच्छा काम नहीं है। लेकिन चोरों को ये बात तभी समझ आती है जब पता चलता है ‘बुरे काम का बुरा नतीजा‘ और जब पता चलता है तो माफी तो बनती ही है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले से सामने आया है, जब एक चोर ने मंदिर से कुछ दिन पहले चुराए सामान को माफीनामे के साथ वापस लौटा दिया। पत्र में चोर ने लिखा था कि इस चोरी से मुझे बहुत नुकसान हुआ है।
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डाबर ने चोरी के मामले में बताया कि थाना लामटा के बाजार स्थित शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर से 24 अक्टूबर की रात को एक अज्ञात चोर ने चांदी के 9 छत्र सहित अन्य सामान की चोरी की थी। सूचना पर पुलिस ने मामले में चोरी की घटना पर जांच शुरु की। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जांच में चोरी के साक्ष्यों को जुटाया और चोरी के आरोपियों और संदिग्धों पर नकेल कसने लगे तो इससे घबरकार आरोपी ने मंदिर से चुराए 9 छत्र और अन्य सामान को माफीनामे के साथ ग्राम पंचायत के नल पर एक थैले में रख दिया था।
इस बीच पानी लेने आए एक व्यक्ति ने गत शुक्रवार को थैले को देखा और इसकी सूचना जैन समाल के पदाधिकारियों और पुलिस को दी। सूचना पर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने चुराए गए चोरी के सामान को अपने कब्जे में लेकर देखा तो उसमें चोर का माफीनामा लिखा हुआ था। पुलिस मामले में चोर की तालाश शुरु कर दी।
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