हड़ताल हुई खत्म, लेकिन मांगे कब होंगी पूरी इसका कोई अता पता नहीं
राज्य में अपनी मांगों को लेकर बिजली विभाग के लोगों के द्वारा हड़ताल का सहारा लिया जानकारी के अनुसार बता दें कि ऊर्जा निगम के संयुक्त संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों ने रात 12:00 बजे से हड़ताल करनी शुरू कर दी थी जिसके बाद राज्य मे बिजली व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा चुकी थी इस प्रकार से राज्य के हिस्सों में काफी लंबे समय से बिजली नहीं आ रही थी जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था वही कर्मचारियों की मांग के आगे सरकार को आखिरकार झुकना पड़ा वही राज्य के ऊर्जा मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने जनता की परेशानी को देखते हुए कमान संभाली और हरक सिंह रावत ने संयुक्त संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ करीब 1 घंटे तक बैठक की जिसके बाद संयुक्त मोर्चा से जुड़े पदाधिकारियों ने हड़ताल वापस लेने का फैसला लिया तो वहीं इस बैठक में फैसला लिया गया है कि एक महीने के अंदर मोर्चा की सभी मांगों को सरकार पूरा करेगी।
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हरक सिंह रावत के द्वारा आयोजित इस बैठक में संयुक्त मोर्चा पदाधिकारियों को ध्यानपूर्वक सुना और अपनी बात रखी इसी में हरक सिंह रावत ने आगे कहा कि विभाग के एमडी को अभी हाल ही में ही अपना कार्यभार मिला है कर्मचारियों की मांग को पूरा करने के लिए उन्हें थोड़ा समय चाहिए। अब ऐसे में देखना यह होगा कि ऊर्जा विभाग के नए एमडी दीपक रावत ने जिस प्रकार से अपनी तैनाती के 1 हफ्ते के बाद अपना कार्यभार संभाला ऐसे में लग रहा है कि दीपक रावत अपनी तैनाती से नाखुश है .
और सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि मुख्य सचिव के द्वारा सभी आईएएस अधिकारियों को इंडियन सर्विस रूल 1968 धारा 18 के बारे में अवगत कराया और ऐसा देखा जा सकता है कि इंडियन सर्विस रूल 1968 धारा 18 कहीं ना कहीं पर दीपक रावत की तैनाती के आड़े आया और दीपक रावत ने अनमने मन से अपने कार्यभार को संभाला अब ऐसे में देखना यह होगा कि ऊर्जा निगम के संयुक्त संघर्ष मोर्चा के द्वारा जो शर्ते रखी गई है यह कब तक पूरी होती है।
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