गांव में प्राइवेट पार्ट काटने वाले बदमाशों का खौफ! पुलिस के भी फूले हाथ-पैर, असलियत जान पैरों तले खिसकेगी जमीन
Crime News: मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर ज़िले में एक युवक का प्राइवेट पार्ट काटे जाने का मामला सामने आया है. वहीं जबी पुलिस ने इस मामले की जांच की तो इस बात का खुलासा हुआ कि युवक ने खुद ही अपना प्राइवेट पार्ट काटा था, बल्कि किसी और ने नहीं.
Madhya Pradesh Crime News: मध्य प्रदेश से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है. दरअसल, मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर ज़िले में एक युवक का प्राइवेट पार्ट काटे जाने का मामला सामने आया है. वहीं जबी पुलिस ने इस मामले की जांच की तो इस बात का खुलासा हुआ कि युवक ने खुद ही अपना प्राइवेट पार्ट काटा था, बल्कि किसी और ने नहीं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले ये खबर आई थी कि एक युवक को सड़क पर रोककर कई अनजान लोगों ने उसका प्राइवेट पार्ट काट दिया, जिससे पूरे इलाके में हल्ला मच गया. लेकिन, पुलिस जांच में कुछ ऐसा खुलासा हुआ जिसने हर किसी को हैरान कर दिया.
जानिये पूरा मामला
इस मामले को लेकर पुलिस ने खुलासा किया है कि युवक का गुप्तांग किसी और ने नहीं, बल्कि उसने खुद ही काटा था और बाद में घटना को छिपाने के लिए झूठी कहानी गढ़ी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये घटना गाडरवारा के डोंगरगांव थाना क्षेत्र की है. इस दौरान युवक ने पुलिस को जानकारी दी है कि जब वो बाइक चला रहा था, तभी चार-पांच नकाबपोश उसे जबरन झाड़ियों में ले गए और उसका प्राइवेट पार्ट काट दिया. शिकायत मिलने पर पुलिस ने इस मामले की जांच गंभीरता से शुरू की. हैरान कर देने वाली बात ये है कि उन बदमाशों के खौफ से पुलिस ने पूरे इलाके में नाकाबंदी कर दी और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी. ग्रामीणों ने भी घटना का विरोध किया और दोषियों की गिरफ्तारी करने के लिए आवाज उठाई.
कौन है असली आरोपी
पुलिस ने जैसे-जैसे गंभीरता से जांच की तो इस दौरान युवक के बयानों में कई विरोधाभास मिले. साक्ष्यों की बारीकी से जांच करने पर पता चला कि युवक ने खुद ही अपने गुप्तांगों और जांघों पर ब्लेड से घाव किए थे. पुलिस के अनुसार, युवक पिछले कुछ समय से शारीरिक कमज़ोरी और तनाव से जूझ रहा था. इसी मानसिक तनाव में उसने यह भयावह कदम उठाया और बाद में अपने परिवार और पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी कहानी गढ़ी. गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है. पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में किसी बाहरी हमले या साजिश का कोई सबूत नहीं मिला है. इस खुलासे के बाद, पुलिस ने जांच रोकदी है, जबकि स्थानीय निवासी इस बात से स्तब्ध हैं कि मानसिक तनाव किसी व्यक्ति को किस हद तक खतरनाक कदम उठाने के लिए प्रेरित कर सकता है.



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