भाजपा की बड़ी कार्रवाई ,पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त 32 पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को इतने साल के लिए पार्टी से दिखाया बाहर का रास्ता

ख़बर शेयर करें

उत्तराखंड में चल रहे विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त भाजपा नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया है, भाजपा प्रदेश नेतृत्व की संस्तुति पर जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट ने भीमताल, रामगढ़, धारी व ओखलकांडा मंडल में 32 पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई।

Ad
Ad

भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट की ओर से जारी सूची के मुताबिक भीमताल मंडल से युवा मोर्चा के पूर्व मंडल अध्यक्ष भरत सिंह संभल, रविन्द्र कर्नाटक, पूर्व मंडल अध्यक्ष किसान मोर्चा कैलाश संभल, पूर्व मंडल मंत्री लक्ष्मण संभल को निष्कासित किया है। रामगढ़ मंडल से मंडल उपाध्यक्ष गोपाल ढ़ैला, महामंत्री शेर सिंह मेहता, मंडल अध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा हरीश आर्या, पूर्व जिला महामंत्री किसान मोर्चा भरत सिंह बिष्ट, बूथ अध्यक्ष प्रताप बिष्ट व चन्द्र बल्लभ जोशी को निष्कासित किया है।


धारी मंडल से मंडल अध्यक्ष कैलाश गुणवंत, जिला उपाध्यक्ष रघुदत्त जोशी, महामंत्री दीप चन्द्र मेलकानी, उपाध्यक्ष महेश चन्द्र बेलवाल, सोशल मीडिया प्रभारी लाखन मेहरा, शक्तिकेन्द्र संयोजक गंगा सिंह बिष्ट, पूर्व मंडल अध्यक्ष हेमंत बिष्ट, दिनेश बिष्ट, मंडल अध्यक्ष किसान मोर्चा पीतांबर मेलकानी, मंडल अध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा अनिल आर्या के खिलाफ कार्रवाई की गई है।


ओखलकांडा मंडल से मंडल महामंत्री आलम नगदली व इंद्र कुमार मेलकानी, शक्ति केन्द्र संयोजक यशवंत बोरा, पूर्व जिलाध्यक्ष युवा मोर्चा चतुर बोरा, मंडल उपाध्यक्ष धन सिंह गौलाकोटी व हरीश गंगोला, सोशल मीडिया प्रभारी मदन बिष्ट, पूर्व मंडल अध्यक्ष त्रिलोचन भट्ट, जिला कार्यकारिणी सदस्य कुंदन सिंह बोरा, पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रकाश बोरा, पूर्व मंडल महामंत्री खीम बिष्ट को निष्कासित किया गया है।


भीमताल विधानसभा क्षेत्र में टिकट वितरण से पहले ही भाजपा में बगावत के सुर उठने लगे थे। टिकट वितरण के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने नाराज जनप्रतिनिधियों और टिकट के दावेदारों को मनाने के काफी प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। दो नेताओं ने तो निर्दलीय पर्चा तक दाखिल कर दिया। चुनाव प्रचार के दौरान भी नाराजगी की बातें सामने आ रही हैं।