#Superfood सुपरफूड है पहाड़ों का मोटा अनाज मंडुआ, न्यूट्रिशनल फैक्ट्स जान कर हो जाएंगे हैरान
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मंडुआ को कोदा या रागी के नाम से भी जाता है। ये उत्तराखंड का प्रसिद्ध मोटा अनाज है। जिसे हाल ही में जीआई टैग मिला है। मंडुआ ना केवल खाने में स्वादिष्ट होता है। बल्कि ये बहुत ही पौष्टिक भी होता है। अगर आप कभी उत्तराखंड जाएं तो वहां पहाड़ों पर आपको लगभग हर घर में इसकी रोटियां जरूर मिल जाएंगी। लेकिन अगर आप इसके फायदों के बारे में जानेंगे तो हैरान हो जाएंगे।
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सुपरफूड है पहाड़ों का मोटा अनाज मंडुआ
मंडुआ पहाड़ों का मोटा अनाज है जो देश के पहाड़ी राज्यों में उगाया जाता है। उत्तराखंड में ये बहुतायत में उगाया जाता है। इसे कोदा या रागी भी बोला जाता है। मंडुवे का वानस्पतिक नाम Eleusine coracana (Linn.) Gaertn. (एलुसाइनी कोराकैना) Syn-Cynosurus coracanus Linn. है और ये Poaceae (पोएसी) कुल का है। इसे कोराकैन मिलेट (Coracan millet), इण्डियन मिलेट (Indian millet), अफ्राप्कन मिलेट (African millet), पोको ग्रास (Poko grass), Finger millet (फिंगर मिलेट)के नाम से भी जाना जाता है।
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रोटी के साथ ही इस से बनते हैं स्वादिष्ट व्यंजन
उत्तराखंड में मंडुए की रोटी बनाई जाती है। इसके साथ ही इसका हलुआ भी बनाया जाता है। पौष्टिक तत्वों से भरपूर मंडुए का इस्तेमाल रोटी के साथ ही सूप, जूस, उपमा, डोसा, केक, चॉकलेट, बिस्किटस, चिप्स आदि बनाने के लिए भी किया जाने लगा है।
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मंडुए रागी के फायदे (Benefits of Manduwa)
आयुर्वेदिक ग्रंथों में भी मंडुए के बारे में वर्णन मिलता है। मंडुआ या रागी (Ragi) का पौधा लगभग एक मीटर तक बड़ा होता है। इसके दाने गोलाकार और लाल-भूरे रंग के होते हैं। मंडुए के ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ के कारण इसे साइंस ने भी अब सुपर फूड माना है। इसके सेवन से हमारे शरीर को कई लाभ होते हैं। मंडुए या रागी के बीजों को पीसकर इसका आटा बनाकर इसे इस्तेमाल में लाया जाता है। इसका उपयोग त्वचा की देखभाल, डायबीटिज, मोटापे, गर्भावस्था में किया जाता है।
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मंडुआ ग्लूटन फ्री होता है इसलिए इसके सेवन से ग्लूकोज के स्तर में गिरावट आती है। इसके नियमित सेवन से डायबिटीज के मरीज को बहुत फायदा मिलता है।
मंडुआ खाने से पेट की गैस और कब्ज की समस्या भी कम होता है। रागी या मडुआ एक ऐसा अनाज है जो जल्दी पच जाता है। इसलिए इसके सेवन से पाचन शक्ति सुचारू होती है।
मंडुए के आटे में एमिनो एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। जो प्राकृतिक तरीके से आपको तनाव मुक्त रखतें हैं आपका स्ट्रेस कम करते हैं।
मंडुआ माइग्रेन की बीमारी में आपके लिए बेहद फायदेमंद है।
Manduwa
मंदुए के सेवन से आप अपना वजन कम कर सकते हैं। मडुंआ के आटे में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसे खाने से पेट ज्यादा समय तक भरा हुआ महसूस होता है। जिससे आपको भूख कम लगती है और आपका वजन कम होने में इस से मदद मिलती है।
अगर आप एक मां है और कम ब्रेस्टमिल्क की समस्या से जूझ रही हैं तो इसका सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। मंडुए में पाया जाने वाला फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर, विटामिंस से महिलाओं को पूरा मिनरल्स की पूर्ति आसानी होती है और ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन होता है।
मंडुए के न्यूट्रिशनल फैक्ट्स
कैल्शियम से भरपूर
- आयरन से भरपूर
- डायबिटीज में फायदेमंद
- डाइजेशन में सहायक
- ग्लूटेन से मुक्त
- बालों के लिए अच्छा
- एक बेहतर वीनिंग भोजन
- एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
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