हरक सिंह रावत ने किया बड़ा खुलासा, कहा-अगर ढेंचा मामले में वह उन्हें नहीं बचाते तो त्रिवेन्द्र सिंह रावत को हो जाती जेल

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अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले हरक सिंह रावत के द्वारा एक और ऐसा बयान जारी कर दिया गया है जिसकी वजह से उनकी ही सरकार के पूर्व सीएम के ऊपर सवालिया उंगली खड़ी हो गई है बता दें कि बयान में हरक सिंह ने दावा किया है कि अगर ढेंचा मामले में वह उन्हें नहीं बचाते तो त्रिवेन्द्र सिंह रावत को जेल हो जाती।

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उन्होंने यह भी कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को मामले को लेकर जेल भेजने की पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन उन्होंने समय रहते त्रिवेंद्र सिंह रावत को जेल जाने से बचा लिया कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के इस बयान से राजनीतिक गलियारों में बवाल मचना तो तय है। लेकिन उनके इस बयान से यह भी साफ जाहिर होता है कि जरूर बीजेपी में कुछ तो पक रहा है जिसके चलते अब नेता आपस में एहसान जताने वाली बातों को बाहर निकाल कर गड़े मुर्दे उखाड़ रहे हैं।

आपको बता दें कि कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत अपने बयानों को लेकर इससे पहले भी कई बार चर्चा में आ चुके हैं लेकिन उनके इस बयान ने साफ तौर पर यह तो जाहिर कर दिया है कि पार्टी में कुछ ना कुछ अंदर ही अंदर चल रहा है। वहीं मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि अब मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए मैं यह खुलासा कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि हरीश रावत त्रिवेंद्र सिंह रावत को जेल भेजना चाहते थे जिसके चलते उन्होंने ढेंचा मामले को लेकर फाइल भी तैयार कर ली थी।यहां तक कि कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जब मैंने मामले को लेकर त्रिवेंद्र के पक्ष में 2 पेज का पत्र भी लिखा था तब हरीश रावत ने कहा था कि तू सांप को दूध क्यों पिला रहा है, उन्होंने कहा कि अगर मैंने हरीश रावत की बात सुनी होती तो त्रिवेंद्र सिंह रावत कभी भी राज्य के मुख्यमंत्री नहीं बन पाते।