एक इस शब्द ने कराई भगत की फ़जीहत बांकी भाषण था जोरदार
haldwaninews एसकेटी डॉट कॉम
महिला सशक्तिकरण विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान बताओ नाम के एक शब्द ने भगत की किरकिरी करा दी. देखा जाए तो पूरे भाषण में बंशीधर भगत ने सारी बातें तथ्यात्मक करी.
मातृशक्ति की शक्ति का वर्णन करते हुए कहां की हर वस्तु पाने के लिए देवियों का ही वरदान आवश्यक होता है.
उनका कहना था कि विद्या की देवी सरस्वती धन की देवी लक्ष्मी और शक्ति की देवी दुर्गा है वही शिव हिमालय पर प्रवास करते हैं और उसके साथ ही उनके सिर पर शेषनाग है और पहाड़ से पानी उनके सिर पर गिरता रहता है वही विष्णु गहरे समुद्र में रहते हैं दोनों के बीच कहीं वार्ता भी नहीं हो पाती है.
लेकिन सरस्वती को पटाओ दुर्गा को पटाओ और लक्ष्मी को बताओ का वर्णन हुआ उसे मौजूद लोगों ने गलत तरीके से ले लिया और सोशल मीडिया ने इसे तुरंत लपक लिया.
आखिरकार दूसरे दिन इस कथन के लिए अगर किसी को दुख पहुंचा हो तो इसके लिए उन्होंने माफी की मांग ली.
इससे पहले भी कई बार उनकी जुबान फिसल गई जिसे उन्होंने कहा कि जनता ने हमें सरकार बनाने का समर्थ बहुमत दिया है हम चाहे कितने मंत्री बना लो यह हमारी मर्जी है.
एक बार तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष स्वर्गीय इंदिरा हरदेश के बारे में भी इनकी जुबान फिसल गई जब उन्होंने यह कह दिया था कि दीपक कह रही है कि कई विधायक उनके संपर्क में तो है कि मैं उनके मुंह से बुढ़िया शब्द निकल गया और तुम्हारे संपर्क कौन रहना चाहेगा कह दिया इसके बाद उनकी किरकिरी हुई.
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