नैनीताल लोकसभा से उठी मांग एनडी तिवारी की विरासत से ही लौटेगा कांग्रेस का गौरव

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हल्द्वानी एसकेटी डॉट कॉम ।

देश की प्रतिष्ठित लोकसभा सीटों में से एक नैनीताल लोकसभा सीट एक बार फिर चर्चाओं में है कभी पंडित नारायण दत्त तिवारी की कर्म स्थली रही यह सीट आज भी उतनी ही चर्चा में है ।कांग्रेस पिछले 2 लोकसभा चुनाव से इस सीट पर लगातार पिछड़ती आ रही है।कांग्रेस की परंपरागत रही इस सीट पर अधिकांश समय में कांग्रेस का ही कब्जा रहा है।

लेकिन पिछले 1 दशक से कांग्रेस लगातार यहां पर पिछड़ी है इसलिए लोगों की मंशा है कि पंडित नारायण दत्त तिवारी की इस परंपरागत सीट से उनके ही परिवार के किसी व्यक्ति को इस सीट पर आगामी 2024 में मैदान में उतारा जाए ।इसके लिए उनके भतीजे और 30 वर्षों से अधिक समय से कांग्रेस के लिए विभिन्न पदों में जिनमें युवक कांग्रेस से लेकर पार्टी के विभिन्न पदों तक अपने दायित्व को सफलतापूर्वक निभाते आ रहे दीपक बलुटिया का नाम चर्चा में है।

क्षेत्र के लोगों का यह कहना है कि जिस तरह से दीपक बल्यूटिया ने पंडित नारायण दत्त तिवारी की छत्रछाया में युवक कांग्रेस और कांग्रेस के विभिन्न पदों पर काम किया और उसके बाद भी उन्होंने कांग्रेस के लिए बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है कांग्रेस प्रवक्ता के तौर पर उन्होंने ऐसे मुद्दे सरकार के सामने उठाए हैं जिससे सरकार असहज नजर आई है। अपने तार्किक तर्कों की वजह से उन्होंने हर बार सरकार को घेरा है।

नारायण दत्त तिवारी का नाम भले ही अब यादों में है लेकिन अभी भी पूरे नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में लोग उनके विकास को अभी भूले नहीं है उनके द्वारा उत्तराखंड बनने के बाद जिस तरह से लंबी सोच के साथ कार्य किया है वह निश्चित रूप से आज रोजगार परक के रूप में उत्तराखंड के साथ ही उत्तराखंड के बाहर के लोगों के लिए आय का स्रोत बना हुआ है ।

यह हम लोगों के बीच यह बात सामने आई है कि नारायण दत्त तिवारी की ही सोच ही थी कि उन्होंने सुशीला तिवारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया आप यह सोच नहीं सकते हैं कि अगर सुशीला तिवारी अस्पताल का निर्माण नहीं हुआ होता और कोरना काल में यहाँ की स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल होता। लोगों को यहां से सुविधाएं मिली वह निश्चित रूप से उनकी बड़ी सोच का प्रमाण है। इसके साथ साथ ही उन्होंने अपने उद्योग मंत्री के दौरान यहां पर एचएमटी कंपनी का उद्योग लगाकर नैनीताल का नाम पूरे देश के पटल पर चमका दिया।

प्रदेश के कई ऐसे संस्थान हैं जो तिवारी जी की देन रहे हैं चाहे वह हल्दुचौड की सोयाबीन फैक्ट्री ही क्यों नहीं हो उस दौर में जब यहां के किसानों के लिए यह फैक्ट्री दूध देने वाली गाय बन गई थी ।उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के इस भूभाग में कई ऐसे कार्य पंडित नारायण दत्त तिवारी ने इतने कार्य करवाए हैं जो कि आज भी सैकड़ों हजारों लोगों की आजीविका का स्रोत बने हुए हैं।

इसके अलावा उन्होंने कई सामान्य वर्ग के लोगों को उद्योग धंधों की ओर मोड़कर आज उन्हें धनाढ्य लोगों की श्रेणी में शामिल करवा दिया है। नारायण दत्त तिवारी के परिजनों का भी कहना है कि ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया जाना चाहिए जिन्होंने नारायण दत्त तिवारी की छत्रछाया में कार्य किया है।

अपनी सक्रियता की बूते पर दीपक कांग्रेस के लिए प्रवक्ता के तौर पर सरकार की जनविरोधी नीतियों का डटकर मुकाबला किया है तथा ऐसे तर्कों से उनकी नीतियों को बैकफुट पर धकेल दिया जिसकी वजह से कई बार भाजपा सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा है उनके द्वारा दमुवा ढुंगा वन भूमि के अलावा ढोलक बस्ती और इंद्रानगर के मामले भी उठाए हैं जिसकी वजह से लोगों को कई बार राहत मिली थी। नारायण दत्त तिवारी समर्थकों की बात की जाए तो उनका स्पष्ट कहना है कि अगर भाजपा की हैट्रिक रोकनी है तो तिवारी जी की विरासत से ही कांग्रेस को इस सीट पर गौरव हासिल हो सकता है।