जंगल की आग से जल रहा नैनीताल, कुमाऊं में 26 स्थानों पर लगी आग, तस्वीरों में देंखे हाल
उत्तराखंड में वनाग्नि की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक जंगल धधक रहे हैं। कुमाऊं मंडल में आग की घटनाएं ज्यादा सामने आ रही हैं। अब आग रिहायशी इलाकों तक भी पहुंचने लगी है। कुमाऊं में लगी आग काबू में नहीं आ रही है जिसके चलते अब आग बुझाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है। वायुसेना के हेलीकॉप्टर आग बुझाने में जुट गए हैं। नैनी झील और भीमताल से पानी भरकर हेलीकॉप्टर आग बुझा रहे हैं।
जंगलों की आग बुझाने में जुटे वायुसेना के हेलीकॉप्टर
प्रदेश में जंगलों की आग के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। कुमाऊं में सबसे ज्यादा आग की घटनाएं सामने आ रही हैं। आलम ये है कि कुमाऊं में बीते 24 घंटे में 50 से भी ज्यादा घटनाएं सामने आईं हैं। अब आग को बुझाने के लिए वायुसेना की मदद ली जा रही है। वायुसेना के हेलीकॉप्टर आग बुझाने में जुट गए हैं।
भीमताल और नैनी झील से पानी भरकर बुझा रहे आग
वायुसेना के हेलीकॉप्टर शनिवार की सुबह से ही आग बुझाने में जुट गए हैं। हेलीकॉप्टर ने भीमताल झील से पानी भरकर नैनीताल के जंगलों में लगी आग को बुझा रहे हैं। वन क्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी ने बताया कि कुमाऊं के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है।
हर तरफ धुंआ ही धुंआ
नैनीताल के साथ ही कुमाऊं में आग लगने के कारण हर तरफ धुंआ ही धुंआ नजर आ रहा है। धुंए के कारण जहां एक ओर पर्यावरण प्रदूषण हो रहा है। तो वहीं तापमान बढ़ने से गर्मी भी बड़ रही है। जंगलों में आग लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
गढ़वाल से ज्यादा धधक रहे कुमाऊं के जंगल
आपको बता दें कि गढ़वाल मंदल से ज्यादा कुमाऊं के जंगल धधक रहे हैं। 25 अप्रैल को प्रदेश में 54 स्थानों पर जंगलों में आग की घटनाएं सामने आई हैं। जिसमें से सात घटनाएं गढ़वाल में तो वहीं 45 और दो वन्यजीव क्षेत्रों में आग की घटनाएं सामने आईं हैं। वन विभाग की टीमें आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुमाऊं के जंगलों में 26 स्थानों पर लगी आग
कुमाऊं के जंगलों में 26 जगह पर भीषण आग लगी हुई है। वन विभाग की टीम के साथ ही वायु सेना के हेलीकॉप्टर आग बुझाने में जुटे हुए हैं। नैनीझील और भीम ताल से पानी भरकर हेलीकॉप्टर आग बुझा रहे हैं।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 सच की तोप व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें