मामी ने भांजे से लड़ाई नजरें ,प्यार का वास्ता देकर करवा दिया मर्डर

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काशीपुर एसकेटी डॉट कॉम

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दिल फेक मामी अपने सगे भांजे से नजरें लगाकर उसे अपने प्यार में फिदा कर दिया उसके बाद प्यार और सहानुभूति के बीच उमरे अवैध संबंध को बनाए रखने के लिए भांजे से ही अपने पति का मर्डर करवा दिया। उधम सिंह नगर की एसएसपी मंजूनाथ डीसी ने यस मर्डर का खुलासा करते हुए मामी प्रीति कौर और भांजे सौरभ को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक काशीपुर कोतवाली क्षेत्र में एक भांजे को मामी से प्यार हो गया। भांजे ने प्रेम में बाधा बन रहे मामा को मौत के घाट उतार दिया। इससे पहले मामा को शराब पिलाई फिर ईंट पत्थरों से हमला करने के बाद गला घोंटकर मार दिया। घटना का खुलासा आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी ने कोतवाली में किया। पुलिस ने मृतक की पत्नी व भांजे को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया। विदित हो कि ग्राम गोपीपुरा निवासी ब्रजमोहन पुत्र शिवचरन का शव 20 मई की देर रात्रि गांव के ही पास एक खाली पड़े प्लॉट में खून से लथपथ मिला था। मृतक के भाई बुद्ध सिंह ने कोतवाली में तहरीर देकर सगे भांजे सौरभ पुत्र नरेश सिंह हाल निवासी गौशाला हेमपुर डिपो काशीपुर पर ब्रजमोहन की हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने सौरभ को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि मामा ब्रजमोहन ने मेरठ निवासी प्रीति कौर उर्फ लाडो से प्रेम विवाह किया था।
मामा ब्रजमोहन अकसर शराब पीकर मामी प्रीति को मारा पीटा करते थे।
सौरभ एक दिन अपनी मामी के घर गया तो मामी ने उसके साथ अश्लील हरकतें कीं। इसके बाद दोनों में अवैध संबंध स्थापित हो गये। मौका देखकर दोनों एक दूसरे से मिलने लगे। इसी बीच मामी प्रीति कौर ने अपने पति ब्रजमोहन की प्रताड़ना से तंग आकर अपने प्रेम संबंधों के आड़े आ रहे पति को रास्ते से हटाने के लिए कहा। जिस पर सौरभ ने योजना बनाकर पहले ब्रजमोहन को शराब पिलाई जब वह ज्यादा नशे में हो गया तो उसने ब्रजमोहन के सिर पर पत्थर से बार किया तथा उसके बाद गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस ने सौरभ व प्रीति कौर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप मिश्रा, उपनिरीक्षक धीरेन्द्र सिंह बिष्ट, नवीन बुधानी, प्रदीप पंत, रूबी मौर्य, कां. महेन्द्र सिंह डंगवाल, राजवीर सिंह, हेम चन्द्र, अनिल कुमार, हरिशंकर, सुरेन्द्र सिंह, जगदीश फर्त्याल, रिचा तिवारी, एसओजी के उपनिरीक्षक रविन्द्र सिंह, कां. दीवान बोरा, प्रदीप बिष्ट, कैलाश तोमक्याल, दीपक कठैत शामिल रहे।