क्या त्रिवेंद्र भाप गए सत्ता विरोधी लहर! इसलिए तो नहीं लिया चुनाव ना लड़ने का फैसला
राज्य में आगामी विधानसभा चुनावो के देखते जहां पर कई नेताओं को अपने टिकट ना मिलने पर चिंता सता रही है वहीं पर उत्तराखंड के सियासी गलियारों से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जिसमें पूरी तरह से चुनाव को एक तरफ से घुमा कर रख दिया है जानकारी के अनुसार बता दें कि उत्तराखंड में आचार संहिता लग गई हो लेकिन इस समय भाजपा के खेमे से एक बड़ी खबर सामने आई है।
जानकारी के अनुसार बता दे कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक पत्र लिखा गया है जिसमें उन्होंने चुनाव ना लड़ने का भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से अनुरोध किया है और इस पत्र में आप साफ़ देख सकते हैं कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा इस पत्र में साफ शब्दों में लिखा गया है कि वह भाजपा के कार्यकर्ता है और उन्हें उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का उन्होंने आभार व्यक्त किया है लेकिन बड़ा सवाल तो यह उठता है।
कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा अचानक ही चुनाव ना लड़ने का फैसला लिया गया जिसके बाद सियासी गलियारों में सवाल ये उठता है कि क्या त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा उत्तराखंड मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए जो उन्होंने कार्य किए जिससे जनता ना कुछ है क्या इस वजह से वह विधानसभा चुनाव ना लड़ने की बात कर रहे हैं या फिर कोई और अन्य कारण है जिसकी वजह से त्रिवेंद्र सिंह रावत चुनाव लड़ने के लिए मना कर रहे हैं।या फिर त्रिवेंद्र सिंह रावत सत्ता विरोधी लहर को भाप चुके हैं जिसकी वजह से वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने से मना कर रहे हैं
Report by-ankur saxena
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