धामी मंत्रिमंडल में इन्हें नहीं मिली जगह, भगत ने कहीं ये बात, चुफाल ने जाहिर की नाराजगी

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भाजपा का हर निर्णय चौंकाने वाला होता है। पुष्कर सिंह धामी को हारने के बावजूद मुख्यमंत्री बना दिया गया। उम्मीद थी कि कैबिनेट में पुराने चेहरों को जगह मिलेगी। जगह मिली भी, लेकिन तीन बड़े चेहरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। कारण उम्र को बताया जा रहा है, लेकिन उम्र वाली बात सतपाल महाराज के मामले में गलत साबित हो रही है। ऐसे में अब ये नेता भले ही खुलकर कुछ ना कह रहे हों, लेकिन नाराजगी साफ झलक रही है।

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बिशन सिंह चुफाल ने नाराजगी भी जाहिर की है। उनका कहना है कि जो भी चर्चाएं सीएम के डीडीहाट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की हो रही हैं। उसके बारे में अब तक उनसे कोई बात नहीं हुई है। साथ ही कहा कि वो विधायक बनकर ही काम करते रहेंगे। चर्चाएं यह भी हैं कि चुफाल से सीट खाली कराकर उनको राज्यसभा भेजा जा सकता है।


सबसे चौंकाने वाला नाम ऊधमसिंह नगर जिले की गदरपुर सीट से पांचवी बार के विधायक अरविंद पांडे भी मंत्रीमंडल में स्थान पाने से वंचित रह गए हैं। पिछली भाजपा सरकार में तेजतर्रार शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। पिछली भाजपा सरकार में कुमाऊं से एक और विधायक यशपाल आर्य कैबिनेट मंत्री थे। इस बार वह कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। कैबिनेट मंत्री रह चुके इन तीन विधायकों को मंत्रीमंडल में शामिल न किए जाने को लेकर सस्पेंस बरकरार है।


मंत्रीमंडल में तीन पद रिक्त हैं। ऐसे में इन वरिष्ठ विधायकों को अभी आस है कि आने वाले समय में मंत्री बनाया जा सकता है। बड़ी बात यह है कि अगर सरकार में खाली तीन मंत्री पदों को जल्द नहीं भरा गया तो भाजपा में असंतोष बढ़ सकता है। इस असंतोष को दबाना भाजपा के लिए जरूरी है। सीएम पुष्कर सिंह धामी को छह माह से पहले चुनाव जीतकर आना है। इस लिहाज से पार्टी के सामने असंतुष्टों को संतुष्ट करना जरूरी है।

वही बात करें कालाढूंगी विधानसभा सीट से जीते हुए भाजपा के बंशीधर भगत की तो उन्होंने कहा है कि मंत्री मंडल में पद मिलना आलाकमान के हाथ में है पर भाजपा ने मुझ पर अपना इतना भरोसा जताया और आज के समय में मुझे प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी दी गई है इसके लिए मैं आलाकमान का बहुत आभारी हूं और कालाढूंगी की विधानसभा सीट से मैं लगातार जनता के लिए कार्य करता रहूंगा और जनता के बीच में उनका अपना सदस्य बनकर कार्य करता रहूंगा क्योंकि जनता ने जिस प्रकार से कालाढूंगी सीट से मुझ पर भरोसा जताते हुए मुझे सातवीं बार विधायक बनाया है यह जनता का मेरे और भाजपा के प्रति प्यार है जो कि मुझे इस बार फिर से इन विधानसभा चुनाव में जीत हासिल हुई है। भगत ने कहा कि उन्हें पूरे प्रदेश में सर्वाधिक सांसद हजार मत मिले हैं यह अपने आप में एक गौरव की बात है उन स्टॉक इसके अलावा मतों के अंतर से जीतने के क्रम में कुमाऊं में पहला तथा पूरे प्रदेश में तीसरा स्थान मिला है मैं जनता के बीच लगातार बना रहूंगा और अधिकारियों के सहयोग से और ज्यादा से ज्यादा लोगों की समस्याओं को निस्तारण करने में मुख्य भूमिका निभाऊंगा।