लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में फिर घमासान, नहीं थम रहा आपस में बयानबाजी का सिलसिला

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लोकसभा चुनाव को लेकर जहां भाजपा पूरी तरीके से एक्टिव मोड में नजर आ रही है तो वहीं कांग्रेस भी तैयारियों में जुटी हुई है। लेकिन कांग्रेस के बीच लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर घमासान मच गया है।

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लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में फिर घमासान
उत्तराखंड में कांग्रेस बुरे दौर से गुजर रही है। पार्टी के पास 19 विधायक तो हैं लेकिन वर्तमान में कोई भी लोकसभा और राज्य सभा सांसद वर्तमान में नहीं है। लेकिन लगता है कि पार्टी के नेता इससे सबक लेने को तैयार नहीं है। बल्कि अपनी ही नेताओं की कमियों को उजागर कर बीजेपी को मनोबल बढ़ाने का काम भी कर रहे हैं कि भाजपा प्रदेश में ज्यादा मजबूत है।

लोकसभा चुनावों में जीतने के लिए कांग्रेस सम्मेलन कर रही है जिसमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य शामिल हो रहे हैं। लेकिन कांग्रेस नेताओं का इस पर सोचना कुछ और ही है। कांग्रेस नेताओं को लगता है ति अगर पुराने उम्मीदवारों को पार्टी ने टिकट दिया तो वो चुनाव हार जाएंगे। जबकि बीजेपी इन दिनों पूरी तरीके से कॉन्फिडेंट नजर आ रही है कि यदि पार्टी ने किसी भी नेता को लोकसभा चुनाव में टिकट दिया तो उसकी जीत तय है।

पिथौरागढ़ से विधायक ने प्रदेश अध्यक्ष पर ही उठाए सवाल
पिथौरागढ़ जिला सम्मेलन के दौरान पिथौरागढ़ से कांग्रेस के विधायक मयुख महर ने इशारों-इशारों में कह दिया कि अल्मोड़ा के पूर्व सांसद और पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा को अगर फिर अल्मोड़ा से इस बार टिकट दिए जाने की बात पर स्पष्ट कर दिया है कि यदि उन्हें टिकट दिया जाता है तो ये समझा जाएगा की पार्टी ने सरेंडर कर दिया है। मयूख महर का कहना है कि लोकसभा चुनाव में पुराने नेताओं और पुराने सोच के नेताओं के साथ चुनाव जीत नहीं जा सकता पार्टी को फायर ब्रांड नेता चाहिए जो पानी में भी आग लगा दे।

अपने भाषण में मयूख महर ने तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महारा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि डेढ़ साल बाद दोनों बड़े नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद पिथौरागढ़ आने की याद आ रही है। फिर भी वो उनका स्वागत करते हैं और उनके दौरे को पार्टी की मजबूती के नजर से देखते हैं। लेकिन दोनों नेताओं के सामने उन्होंने अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर टिकट बंटवारे को लेकर बहस छेड़ दी है कि क्या वास्तव में प्रदीप टम्टा कमजोर प्रत्याशी है, उनका साफ तौर से कहना है कि पार्टी प्रत्याशी बदलने पर विचार करेगी भी या नहीं।

हो रही है अपने ही नेताओं को कमजोर करने की कोशिश
मयूख महर के बयान पर मंच से ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने उन्हें उनकी भाषा मे जवाब दे दिया। करन माहरा ने कहा कि संबोधन करते समय ध्यान रखना चाहिए नेता क्या बोल रहे हैं। कांग्रेस के भीतर एक परंपरा से चल रही है कि अपने ही नेताओं को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन भाजपा के नेताओं से कई नेता सवाल तक नहीं पूछते हैं अल्मोड़ा से वर्तमान सांसद अजय टम्टा के द्वारा क्या कुछ काम किए गए हैं और क्या उनकी नाकामियां रही हैं ये सवाल कोई नेता नही करता।

कांग्रेस के घमासान पर बीजेपी ने ली चुटकी
कांग्रेस में मचे इस घमासान और नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप पर बीजेपी की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर टिकट की दावेदारी कर रही कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि कांग्रेस किस तरीके से कमजोर नजर आ रही है यो उनके नेता खुद ही बयां कर रहे हैं। कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए कोई चुनौती नहीं है।