मैंने आपदा के समय लोगों की करी मदद,फिर भी हुआ मेरा अपमान- संध्या
नारी सीता नारी काली
नारी ही प्रेम करने वाली
नारी कोमल नारी कठोर
नारी बिन नर का कहा छोर
56 लालकुआं विधानसभा की माताओं बहनों बुजुर्गों नौजवान भाइयों आपके नाम-मुझे कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया था विगत कई वर्षों से पार्टी के लिए निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में मेहनत करते हुए 12-12 घंटे क्षेत्र में रह कर अपना घर बार छोड़कर हर किसी के सुख दुख में भागीदार बनी जितना मेरी क्षमता थी उस हिसाब से हर किसी की मदद की कोरोना काल कि विपरीत स्थितियों में हर रोज अपने हाथों से पेकेट बनाकर हज़ारों कमजोर वर्ग़ तक राशन पहुंचाया कुछ माह पूर्व बिंदुखत्ता में आयी आपदा में जब मेरी आंखों के सामने एक माँ का घर बह गया तब उसी पल अपनी निजी जमीन दान दी परसों मेरे पिता तुल्य आदरणीय दुर्गापाल जी ने मेरा अपमान किया और और अब हरीश रावत जी ने मुझे ठेंस पहुँचाई है ।
इसे में अपनी आखिरी सांस तक नहीं भूलूंगी।लड़की हूँ लड़ सकती हूं यह नारा देने वाली पार्टी ने मेरा घोर अपमान किया है मेरे सेवाभाव में मेरे संघर्ष में मेरे कर्मों में क्या कमी रह गई थी जो मुझे आज इस तरह अपमानित होना पड़ा मेरी आवाज समाज की हर उन माताओं बहनों की आवाज बनेगी जिन्हें उनके हक से वंचित किया जाता है ।अगर मेरी अपील आपके मन के किसी भी कण को छूती हें तो मेरे खेड़ा,गौलापार स्थित आवास पर आज 27 जनवरी को 1 बजे एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है जिसमें मैं इस क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद लूंगी और आगे की रणनीति तय करूंगी।
जय भारत जय उत्तराखंड
नारी शक्ति के सम्मान में डटी रहूँगी मैदान में।
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