हल्द्वानी हिंसा : मौलाना के सवाल पर भड़की DM, कहा उस दिन फोन ऑफ न किए होते तो न होता दंगा

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हल्द्वानी हिंसा के छह दिन बाद स्थिति धीरे-धीरे सामन्य होने लगी है। शहर से कर्फ्यू हटा दिया गया है लेकिन बनभूलपुरा क्षेत्र में फिलहाल कर्फ्यू जारी है। प्रशासन की ओर से क्षेत्र में आवश्यक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। मंगलवार को नैनीताल की डीएम वंदना ने अमन चैन कमेटी के तहत मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ नगर निगम में बैठक बुलाई।

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बैठक में हल्द्वानी हिंसा के बाद के हालातों पर चर्चा की गई। इस दौरान मुस्लिम धर्म गुरु ने जिला प्रशासन पर बिना मुस्लिम धर्म गुरुओं के सामंजस्य के जिला प्रशासन पर अतिक्रमण तोड़ने का आरोप लगाया। एक मौलाना ने आरोप लगते हुए कहा कि जिला प्रशासन को मामले को लेकर पहले ही मुस्लिम धर्म गुरुओं से बात करनी चाहिए थी।

मौलाना के सवाल पर भड़की DM
मौलाना की बात पर जिलाधिकारी वंदना का पारा चढ़ गया। डीएम ने कहा सरकारी भूमि पर मस्जिद और मदरसा बनाया गया था। जो पूरी तरह से गलत था। सरकार उस भूमि को खाली करना चाहती है। एक तारीख को नोटिस जारी कर मदरसा और नमाज स्थल को खाली करने के निर्देश भी दिए गए थे। इसको लेकर धर्म गुरुओं के साथ बैठक भी हो चुकी थी।

दंगे के दौरान धर्म गुरुओं ने कर दिए थे फोन ऑफ : DM
डीएम वंदना ने कहा सभी धर्म गुरुओं को इसे लेकर जानकारी थी। डीएम ने कहा जिस समय बनभूलपुरा में उपद्रव शुरू हुआ था उस समय मुस्लिम धर्मगुरु से संपर्क करने की कोशिश की गई थी। लेकिन तब सभी मुस्लिम धर्म गुरुओं ने अपने-अपने मोबाइल बंद कर दिये थे। अगर मुस्लिम धर्मगुरु उस समय पुलिस प्रशासन का सहयोग करते तो हल्द्वानी हिंसा नहीं होती।