गजराज ने पार्टी पर लगाया उपेक्षा एवम नफरत करने का आरोप देखे वीडियो

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हलद्वानी एसकेटी डॉटकॉम

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कालाढूंगी क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश महामंत्री गजराज सिंह बिष्ट ने निर्दलीय पर्चा भरने के बाद पहली बार प्रेस के माध्यम से आरोप लगाया कि पार्टी में उन लोगों के खिलाफ हमेशा षड्यंत्र किया जाता है जिनके पास हाईकमान तक पहुंच नहीं है और तथा जो हमेशा पार्टी के प्रति समर्पित रहे हैं। वह इस दौरान काफी भावुक भी नजर आए।

उन्होंने पार्टी पर नफरत करने का भी आरोप लगाया कि जिनके मां बाप नहीं है वह उन को संरक्षण देने के बजाय उनसे नफरत करती है ताकि वह आगे ना बढ़ सके। उन्होंने पार्टी पर उनके खिलाफ षड्यंत्र करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब उन्हें कालाढूंगी विधानसभा से टिकट नहीं दिया गया तो उन्हें इस बात के लिए तैयार किया जा रहा था कि उन्हें हल्द्वानी से टिकट दे दिया जाएगा लेकिन 6 दिन के बाद जब हल्द्वानी विधानसभा की सूची आई तो उन्हें तब समझ में आया कि पार्टी के लोग न सिर्फ उन्हें गुमराह कर रहे हैं बल्कि उनसे नफरत भी करते हैं।उन्होंने कहा कि वह वर्ष 2002 से टिकट मांग रहे हैं। वर्ष 2007 में उन्हें टिकट न देकर नैनीताल सीट से चुनाव लड़े बंशीधर भगत को टिकट दे दिया गया। 2012 में उनसे यह कहा गया की 2017 में उन्हें टिकट दिया जाएगा लेकिन 2017 में भी उन्हें यह कह दिया गया कि 70 वर्ष होने के बाद टिकट नहीं दिया जाता है इसलिए अगली बार बंशीधर के बजाय उन्हें टिकट दिया जाएगा लेकिन अब 2022 आ गया फिर भी उन्हें टिकट नहीं दिया गया वह कई वर्षों से पार्टी के लिए काम करते आ रहे पिता और माता जनसंघ के समय से ही इस पार्टी को वोट देते आए हैं इसलिए उन्होंने भी इसी पार्टी की सेवा की है।उन्होंने कहा कि उन्होंने कल कामलुवागाज़ा रोड स्थित मिराज बैंकट हॉल में एक खुली बैठक बुलाई है जिसमें वह अपने चुनाव लड़ने के अभियान की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा पूरे 5 राज्यों में पार्टी ने एक नीति बनाई थी कि वह किसी भी मेयर को विधानसभा का टिकट नहीं देंगे लेकिन उस सिर्फ और सिर्फ हल्द्वानी में ही ऐसा किया गया आखिर क्यों। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी एंड कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि कोटाबाग डिग्री कॉलेज में यूजीसी से आने वाली धनराशि बार-ब इसके पीछे किसकी वापस हो रही थी इसके पीछे किसकी साजिश थी कि यहां पर कॉलेज का विस्तारीकरण क्यों नहीं हो रहा था। उन्होंने इस संबंध में अपनी ही पार्टी के खिलाफ धरना भी दिया 2002 से वह इसके लिए प्रयासरत थे अब जाकर 2020 में यह प्रयास सफल हुआ है। विजय बहुगुणा द्वारा बागियों से टिकट न मिलने पर पर्चा वापस करने की अपील के सवाल पर उन्होंने कहा कि विजय बहुगुणा ऐसे कांग्रेसी नेता थे जिन्होंने चार धाम मैं आई आपदा के दौरान घोटाला कर दिया था जिसके बाद उन्हें उनकी पार्टी ने मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था वह पहले अपने गिरेबान में झांके। उन्होंने अपने आप को पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा के इतने पदों पर काम किया है कि अगर गिर ना जाए तो गिनते ही रह जाएंगे लेकिन जहां पर उन्हें बड़े स्तर पर सेवा करने के लिए टिकट देने की बात आई वही पार्टी उनके साथ दगाबाजी की है। उन्होंने कहा कि पार्टी भले ही मंत्री बंशीधर भगत के बेटे विकास भगत कोई टिकट दे देती तो हमें कम से कम यह लगता कि किसी युवा का नंबर तो आया चाहे वह मंत्री का ही बेटा क्यों ना हो वह इसलिए बहुत ज्यादा परेशान हैं कि आखिर युवाओं का नंबर कब आएगा और जो युवा पार्टी के लिए अपनी जवानी को खफा रहे हैं उन्हें आखिर कब