पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत कांग्रेस में हुए शामिल नरेंद्र नगर में इस कैबिनेट मंत्री से करेंगे दो दो हाथ

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देहरादून एसकेटी फोट कॉम

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पूर्व में विधायक रहे ओम गोपाल रावत ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन पकड़ लिया है। उन्होंने आज देहरादून में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ली। अब माना जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें नरेंद्र नगर विधानसभा सीट से टिकट देकर सुबोध उनियाल के लिए विधानसभा में पहुंचने की राह को कठिन बना देगी। ओम गोपाल रावत सुबोध उनियाल के परंपरागत राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहे हैं। कॉन्ग्रेस रावत को अब टिकट देकर नरेंद्र नगर में चुनावी मुकाबला कांटे का बनाने जा रही है। पिछली बार भाजपा भाजपा के टिकट पर सुबोध उनियाल ने ओम गोपाल रावत को जो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे 5000 वोटों से प्राप्त किया था। इस बार भाजपा ने ओम गोपाल रावत को टिकट देने का वादा किया था लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया जिससे नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर लिया था।

भाजपा नेता रावत नरेंद्रनगर सीट से टिकट के दावेदार थे। लेकिन भाजपा ने दूसरी बार भी काबीना मंत्री सुबोध उनियाल को ही अपना प्रत्याशी बनाया है। 20 जनवरी को भाजपा के टिकट घोषित होने के साथ ही रावत ने बगावत का ऐलान कर दिया था। नए समीकरण में नरेंद्रनगर सीट पर चुनावी मुकाबला काफी रोचक होने जा रहा है। सुबोध और ओमगोपाल परंपरागत राजनीतिक शत्रु हैं।
दोनों के बीच तीन बार मुकाबला हो चुका है। इसमें एक बार रावत  जीते जबकि सुबोध दो बार। माना जा रहा है कि कांग्रेस नरेंद्रनगर सीट पर रावत को टिकट मिलने की संभावना है। इस स्थिति में नरेंद्रनगर सीट भी हाट सीट में तब्दील हो जाएगी। गोदियाल ने कहा कि रावत के कांग्रेस परिवार में शामिल होने से निसंदेह पार्टी को मजबूती मिलेगी।
नरेंद्रनगर से कटेगा हिमांशु बिजल्वाण का टिकट
नरेंद्रनगर सीट से वर्ष 2017 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े हिमांशु बिजल्वाण का टिकट कट सकता है। ओमगोपाल की कांग्रेस में एंट्री से यह माना जा रहा है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही थी। भाजपा प्रत्याशी सुबोध उनियाल 24 हजार 104 वोट लेकर विजयी रहे थे। जबकि कड़ी टक्कर देते हुए ओमगोपाल 19 हजार 132 वोट के साथ दूसरे स्थान पर रहे। बिजल्वाण को महज चार हजार 328 वोट पर ही संतोष करना पड़ा।