पूर्व IPS के बेटे ने वन कर्मियों को दिखाई धौंस, जमकर दी गालियां, वीडियो वायरल

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उत्तराखंड में अफसरशाही हमेशा से ही हावी दिखी है। अफसरशाही बेललगाम हो गई हैष कई बार अफसरों को फटकार लगाई जा चुकी है और कई उनका तबादला कर एहसास कराया गया है कि अगर उन्होंने मनमानी की तो कार्रवाई होगी लेकिन इस पर लगाम नहीं लग पा रही है। आईपीएस तो छोड़ो उनके परिवार वाले भी पद का धौंस जमा रहे हैं। ऐसा ही ताजा उदाहरण उत्तराखंड में बीते दिनों ही देखने को मिला था। अभी ये मामला थमा ही नहीं था कि बीती रात एक और मामला सामने आया है।

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बता दें कि रात के समय पर्यटकों को टाइगर रिजर्व क्षेत्र में घुसने से रोकने के बाद उल्टा दो वन दरोगाओं को सस्पेंड कर दिया गया। दोनों वन कर्मियों पर पुलिस ने भी मारपीट सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार घटना 29 मार्च की राजाजी नेशनल टाइगर रिजर्व पार्क के गौहरमाफी रेंज की रात 9:30 बजे की बचाई जा रही है।


जानकारी मिली है कि राजाजी नेशनल टाइगर रिजर्व पार्क के एंट्री पोस्ट पर दो वन दरोगा के साथ कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात थे। इसी दौरान यूपी नंबर की गाड़ी (UP 80FX 3666) चेक पोस्ट पर रूकी और ड्यूटी कर रहे वन दरोगा अनिल कुमार और हरीश कुमार से बैरियर खोलने की जिद्द पर अड़ गए। वन दरोगा अनिल कुमार ने उन्हें नियमों का हवाला देते हुए कहा कि सूर्यास्त के बाद टाइगर रिजर्व क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक है। रात में टाइगर रिजर्व क्षेत्र में प्रवेश करना जोखिम भरा है जिस कारण सूर्यास्त के बाद पार्क में प्रवेश वर्जित है। लेकिन कार में मौजूद एक पर्यटक ने अपने आप को यूपी के एक पूर्व आईपीएस अधिकारी का बेटा बताते हुए धौंस जमाई और कर्मचारियों के साथ जमकर बहर और गाली गलौच की। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है।


पूर्व आईपीएस के बेटे ने की अभद्रता, जमकर दी गालियां
वन कर्मियों का आरोप है कि नशे में धुत आगरा के पूर्व आईपीएस के बेटे ने रात में राजाजी नेशनल टाइगर रिजर्व क्षेत्र में घुसने की जिद्द की लेकिन रात को वहां प्रवेश निषेध है। जब ड्यूटी पर तैनात वन दारोगा और कर्मचारियों ने उन्हे रोका तो वो बहन करने लगे और गालियां दी। हैरानी तब हुई जब उल्टा लक्ष्मण झूला थाने में वन कर्मियों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया गया। ये ताना शाही नहीं तो और क्या है।


एक वन दरोगा शारीरिक रूप से विकलांग
जानकारी मिली है कि एक वन दरोगा शारीरिक रूप से विकलांग है। सिर्फ मुकदमा दर्ज ही नहीं बल्कि राजाजी नेशनल टाइगर रिजर्व पार्क के उपनिदेशक अमित कुंवर ने दोनों वन दरोगाओं को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि वन दरोगा अनिल कुमार ने आरोपी पूर्व आईपीएस के बेटे और उसके साथियों पर संबंधित वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया था। जो ईमानदारी से ड्यूटी कर रहे हैं उन्हें ड्यूटी नहीं करने दिया जा रहा। बल्कि नियमों का पालन कराने वाले कर्मियों पर ही कार्रवाई की जा रही है। उन्ही पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।


एक वन दरोगा में से एक अनिल कुमार का एक हाथ नहीं
जानकारी मिली है कि एक वन दरोगा में से एक अनिल कुमार का एक हाथ नहीं है। वन विभाग में भर्ती होने के बाद एक हादसे में उन्होंने अपना एक हाथ खो दिया। ड्यूटी के लिए दारोगा ने अपना हाथ गवा दिया लेकिन उल्टा ड्यूटी करने के लिए उन्ही पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। लक्ष्मण झूला थाना प्रभारी वीरेंद्र रमोला ने बताया कि घटनाक्रम की सीसीटीवी फुटेज निकाली गई है, मामले की जांच चल रही है।


जानकारों की माने तो वन दरोगा एक अधिकारी श्रेणी के समकक्ष होता है, जिसको सस्पेंड करने का अधिकार निदेशक को होता है। उपनिदेशक को यह अधिकार प्राप्त नहीं है कि वह फॉरेस्टर रैंक के अधिकारी को सस्पेंड कर सके। लेकिन मनमाने तरीके उपनिदेशक अमित कुमार ने दोषी पर्यटकों के पर कार्यवाही करने के बजाए आगरा के एक रिटायर्ड आईपीएस के दबाव में अपने दोनों वन दरोगा को सस्पेंड कर दिया। इसके बाद मामला सोशल मीडिया पर वायरल गया।लोग जमकर कोस रहे हैं. उत्तराखंड की बेलगाम अफसरशहाी को कोस रहे हैं. क्योकि अब तक कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं.