बिग ब्रेकिंग-दीपक के इस्तीफे पर हाई कमान हुआ गंभीर,कहाँ हुई चूक ,प्रभारी ने बुलाया दिल्ली

Ad
Ad
ख़बर शेयर करें

दिल्ली skt. com

कांग्रेस आलाकमान उत्तराखंड में लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा दिए जाने इस्तीफों को लेकर गंभीर हुआ है सबसे पहले इस्तीफा देने वालों में से एक प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया के त्यागपत्र को गंभीरता से लेते हुए हाई कमान ने पार्टी स्तर पर हुई चूक की समीक्षा करनी शुरू कर दी है।

इसी क्रम में दीपक बल्यूटिया को प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने दिल्ली बुलाकर उनसे उनकी नाराजगी के बाबत जानकारी ली जैसा कि विदितहै कि कांग्रेस द्वारा नैनीताल सीट पर प्रत्याशी घोषित करने के तुरंत बाद सबसे पहले प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया पार्टी से इस्तीफा दे दिया ।लेकिन इसके साथ ही दीपक के पक्ष में यह बात भी है कि सत्ताधारी पार्टी द्वारा उन्हें सत्ताधरी पार्टी द्वारा मैनेज करने के प्रयास के बाबजूद उन्होंने इस पार्टी का दामन भी नहीं पकड़ा साथ ही उनके द्वारा यह भी प्रचार किया गया कि जब तक वह दूसरी पार्टी का गठन नहीं करते तब तक वह कांग्रेस के विरोध में मतदान नहीं करेंगे

कांग्रेस से नाराजगी के चलते वह इस्तीफा दे चुके हैं उनके इस्तीफे के बाद कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा देकर देखकर दूसरी पार्टियों के दामन थाम लिए।

लेकिन दीपक द्वारा इस्तीफा देने के बाद तटस्थ भूमिका निभा ली गई इसके बाद पार्टी ने इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए इसे गंभीरता से लिया है तथा पार्टी की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने दीपक को दिल्ली बुलाया तथा उनसे इस मामले में गंभीरता से बातचीत की है माना जा रहा है कि पार्टी को भी है एहसास हुआ है कि दीपक द्वारा जो बातें कही गई वह वास्तव में पार्टी की हित में थी उन्होंने कहा कि पार्टी कोचुनाव से पूर्व तैयारी को तेजी से करने के लिए अपने प्रत्याशी को सत्ताधारी पार्टी से पहले घोषित करना चाहिए था ताकि वह मजबूती से चुनाव लड़ सके तथा चुनाव संसाधनों की व्यवस्था कर सके।

वही पार्टी द्वारा उन्हें उनकी इस्तीफे के बाद किसी भी तरह का संपर्क नहीं किए जाने से दीपक बल्यूटिया ने नई पार्टी गठित करने की बात कही थी गौर तलब है कि दीपक बल्यूटिया ग्रेस के दिग्गज नेता रहे पंडित नारायण दत्त तिवारी की विरासत का नेतृत्व करते हैं तथा वह उनके विकास कार्यों को जनता के बीच प्रचार प्रसार करते रहते हैं जिससे कांग्रेस और कांग्रेस की विचारधारा को मजबूती मिलती है।

इसी बात को संज्ञान में लेते हुए हाई कमान में दीपक को दिल्ली बुलाया है तुम्हारी शैलजा के साथ हुई वार्ता के बाद क्या निष्कर्ष निकलता है यह तो समय ही बताएगा फिलहाल चर्चा यह है कि तुम्हारी शैलजा उन्हें मनाने का प्रयास कर रही है तथा उनके द्वारा उठाए गए विषयों पर पार्टी फोरम में चर्चा कराई जाने का भी आश्वासन दिए जाने की बात सामने आ रही है साथ ही उनके सुझावों को भी पार्टी आने वाले समय में लागू करने की बात करने के लिए बैक फुट पर भी आती दिख रही है।

दीपक ने पिछले 35 सालों में कांग्रेस में रहकर कांग्रेस की ओर से पार्टी और नीतियों को सामने रखा है साथ ही सत्ताधारी पार्टी की तानाशाही को भी बार-बार उजागर किया है जिसमें दमुवादहूँगा का मामला हो अथवा सैनिकों की वीर नारियों को मिलने वाले एक मुफ्त सहायता धनराशि पर राज्य सरकार दवारा ऊपर जाने की बात हो दीपक के द्वारा उठाए गए मुद्दों में कांग्रेस हाई कमान ने गंभीरता से लिया है तथा ऐसा संकेत मिला है कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर अगर समय रहते ही अमल किया जाता तो कांग्रेस को इतने झटके भी सहन नहीं करने पड़ते