महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस के बाद उत्तराखंड में भी मची हलचल, सियासी गलियारों में ‘खेला होबे’ की चर्चा

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महाराष्ट्र में पिछली बार की गलतियों से सीख लेते हुए भारतीय जनता पार्टी ने ने इस बार बहुत ही खामोशी और धैर्य से ‘ऑपरेशन लोटस’ को अंजाम दिया है। एक होने की कोशिश में लगे विपक्ष को बीजेपी ने ऐसा झटका दिया कि उन्हे संभलने का मौका तक नहीं मिला। अब महाराष्ट्र के ऑपरेशन लोटस के बाद से उत्तराखंड के सियासी गलियारों में भी खासी हलचल देखने को मिल रही है।

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चर्चाएं हैं कि जल्द ही उत्तराखंड में भी कांग्रेस का कोई बड़ा नेता बीजेपी ज्वॉइन कर सकता है। इन चर्चाओं के बाद उत्तराखंड में भी सत्ता के गलियारों में एक दूसरे से जानकारी ली जा रही है।

जल्द कांग्रेस का बड़ा नेता थाम सकता है बीजेपी का दामन
महाराष्ट्र में जिस तरह बीजेपी ‘ऑपरेशन लोटस’ का अंजाम दिया और उसके बाद उत्तराखंड में कांग्रेस के किसी बड़े नेता के बीजेपी का दामन थामने की चर्चाएं हो रही हैं। उसके बाद से प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं के बाजार गर्म हैं।

माना जा रहा है कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपनी कमर कस ली है। और बहुत जल्द ही उत्तराखंड में भी कोई बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। जिस प्रदेश में विरोधी पार्टियों में सेंध लग सकती है।


उत्तराखंड कांग्रेस में मची खलबली
कांग्रेस के नेता के बीजेपी का दामन थामने की चर्चाओं के बाद कांग्रेस में हलचल है। जहां एक ओर कांग्रेस का दावा है कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनावों के लिए जुट गई है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में होने वाली गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है। आए दिन कांग्रेस के नेताओं में आपस में ही मतभेद देखने को मिलते हैं।

सोशल मीडिया हो या कोई मंच कांग्रेस के नेता आपस में एक-दूसरे पर निशाना साधते दिखते हैं। कांग्रेस के दो बड़े नेता हरक सिंह रावत और पूर्व सीएम हरीश रावत एक ही सीट से लोकसभा चुनावों के लिए दावेदारी करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में एक दूसरे पर तंज कसने का दैर भी जारी है। ऐसे में जाहिर सी बात है कि अगर पार्टी में कोई फूट पड़ती है तो कांग्रेस उत्तराखंड में बेहद ही कमजोर हो जाएगी।

अब देखना ये होगा कि कांग्रेस के आपसी मतभेद और गुटबाजी का बीजेपी फायदा उठाती है या फिर कांग्रेस महाराष्ट्र से सीख लेकर उत्तराखंड में अपना झंडा गाड़ती है।

उत्तराखंड से हुई थी ऑपरेशन लोटस की शुरुआत
बीजेपी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद अपना सबसे पहला ऑपरेशन लोटस उत्तराखंड में ही किया था। 2016 में हरीश रावत की सरकार गिराने के लिए बीजेपी ने रातों रात कांग्रेस के कई विधायकों को अपने पाले में कर चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली बुला लिया था। यहां तक हरीश रावत सरकार में कैबिनेट मंत्रियों को भी बीजेपी ने तोड़ लिया था। हरक सिंह रावत, रेखा आर्या, यशपाल आर्या इन्ही में से कुछ बड़े नाम थे।”