50 दिन के धरने के बाद भी सरकार ने नर्सेज की सुध नहीं ली अब जनमानस से की अपील

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@haldwani news-

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एलिंग वेलफेयर नर्सिंग फाउंडेशन ने उत्तराखंड की आम जनता एवं मरीजों के नाम खुला पत्रलिख कर समर्थन की उम्मीद जाहिर की है.

नर्सिंग फाउंडेशन के पदाधिकारियों द्वारा कहा गया है कि विषम परिस्थितियों में उनके द्वारा हमेशा मरीजों की देखभाल की जाती है कोरना काल में भी सभी नर्सेज ने अपना घर परिवार छोड़कर मरीजों की सेवा की. सरकार भी समझती थी कि नर्सिंग फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर हैं लेकिन जैसे-जैसे कोरोना कम हुआ सरकार ने नर्सेज की मांगों को लेकर अपनी आंख कान बंद कर दिए हैं नियुक्ति की विज्ञप्ति जारी करने के बाद अभी तक 2621 पदों पर नियुक्ति नहीं की है.

हम आपको बताना चाहते हैं कि राज्य सरकार की असंवेदनशीलता एवं अनदेखी,साथ ही आप सभी उत्तराखंड के नागरिकों के अनजान होने के कारण हम पिछले 50 दिन से हल्द्वानी बुद्ध पार्क तिकोनिया में धरने पर बैठे हैं,हम आपको बताना चाहते हैं कि जब उत्तराखंड का कोई भी नागरिक चाहे वह किसी धर्म अथवा किसी भी जाति का हो बीमार होकर अस्पताल पहुंचता है तो हम नर्स ही सबसे अधिक समय उसको देते हैं,उसकी सेवा करते है कई गंभीर बीमारियां जोकि संक्रमण के द्वारा फैलती हैं,उस समय भी अपनी जान की परवाह किए बिना हम आप लोगों का इलाज करते हैं

यह के बुद्ध पार्क में प्रदर्शन करते नर्सिंग फाउंडेशन के पदाधिकारी


अभी कुछ समय पहले की ही बात है जब एक अदृश्य शत्रु कोरोना ने पूरे प्रदेश सहित देश भर में आतंक मचाया हुआ था जब मानवता मर चुकी थी,जब अपने अपनों से दूरियां बना चुके थे तो उस समय भी अपनी जान को गिरवी रख कर हम लोगों ने आप लोगों की जान बचाने का काम किया,ध्यान रहे लाखों-करोड़ों की वैल्यू कोरोना के सामने बहुत कमजोर थी
हमें कई बार कोरोना हुआ,हमारे कई साथी आप लोगों की सेवा करते करते शहीद हो गए,लेकिन फिर भी हमने अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा के साथ निभाया,हमारे परिवार में भी हमारे माता-पिता थे,हमारे बच्चे थे हमारे भाई बहन थे,जिस तरह आप लोग घरों में छुप कर बैठे हुए थे यदि हम चाहते तो हम भी घरों में मैं बैठ सकते थे,लेकिन हमने ऐसा नहीं किया क्योंकि यदि हम ऐसा करते तो पता नहीं कितने लोगों की जान चली जाती


हम आपको बताना चाहते हैं कि राज्य सरकार उत्तराखंड द्वारा 12 दिसंबर 2020 को 2621 पदों पर स्टाफ नर्स की भर्ती हेतु विज्ञप्ति जारी की गई,जिसकी नियुक्ति आज तक नहीं हो पाई है हम जानते हैं हमारे परिवारजनों ने कितने कष्ट सहकर हमें नर्सिंग का कोर्स कराया,इस उम्मीद के साथ कल हमारी नौकरी लगेगी हमारा भविष्य अच्छा होगा
जब कोरोना से संघर्ष पूरा देश कर रहा था उस समय यही सरकार ने हमसे पूरा सहयोग लिया,ताकि देश कोरोनावायरस से जीत पाए.


लेकिन आज 50 दिन से हम लगातार अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं,भूख हड़ताल पर बैठे हैं,लेकिन राज्य सरकार ने अपनी आंखें बंद करी हुई है,ना सिर्फ राज्य सरकार बल्कि आम जनता ने भी हमसे मुंह मोड़ा हुआ है
आखिर ऐसा क्यों?
सवाल राज्य सरकार से है और आम जनता अब आपसे भी है

जब आप लाचार होते हो तो हम याद आते हैं,हम काम आते हैं लेकिन आज जब आप लोगों की हमें जरूरत है,आपने क्यों मानवता खत्म करी हुई है?
हम सभी लाचार नर्सेज आप सभी से निवेदन करते हैं कि कृपया हमारा सहयोग कीजिए,हमारा साथ दीजिए,राज्य सरकार तक हमारी आवाज पहुंचाएं
क्योंकि अस्पतालों में हमारी भर्तियां नहीं हुई तो आप लोगों को भी अच्छा इलाज कभी नहीं मिल पाएगा,यह लड़ाई सिर्फ हम नर्सेज की नहीं है,आप लोगों के स्वास्थ्य के मौलिक अधिकार की भी है आप लोगों को अच्छा इलाज मिल सके इसकी भी है और आज भी इस संदेश को पढ़कर आप उत्तराखंड के नागरिक नहीं जगे तो कल ना सिर्फ हमारा भविष्य खराब है बल्कि प्रत्येक नागरिक का भविष्य खराब है,क्योंकि एक उम्र के बाद इलाज के लिए हर किसी को अस्पताल जाना है