BJP ने कांग्रेस के ‘जिहाद’ बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, तुष्टिकरण की राजनीति का लगाया आरोप

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कांग्रेस के तुष्टिकरण की नीति पर BJP का हमला, 'जिहाद' पर रुख स्पष्ट करने की मांग

भाजपा ने कांग्रेस द्वारा ‘जिहाद’ को परिभाषित करने के प्रयास को तुष्टिकरण की चरम सीमा बताते हुए इसकी कड़ी आलोचना की है. भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी के बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है.

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कांग्रेस के तुष्टिकरण की नीति पर BJP का हमला

भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी के बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. साथ ही इसे कांग्रेस की वोट बैंक राजनीति का हिस्सा बताया है. चौहान ने मीडिया में वायरल कांग्रेस प्रवक्ता के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वीडियो में जिस तरह जिहाद शब्द का महिमामंडन तुष्टिकरण के लिए किया जा रहा है उससे कांग्रेस के मंतव्य को समझा जा सकता है. यह बयान कांग्रेस पार्टी की तुष्टिकरण वाली मानसिकता और विचारधारा को दर्शाता है. जिस तरह परिभाषा दी गयी है वह कांग्रेस नेतृत्व की मंशा को लेकर भी कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.

BJP ने की ‘जिहाद’ पर रुख स्पष्ट करने की मांग

चौहान ने कांग्रेस से सवाल करते हुए पूछा कि देश और प्रदेश के भीतर भी लव जिहाद की साजिश से समुदाय विशेष द्वारा बहन बेटियों को बहला फुसलाकर अनैतिक कार्यों के प्रयास के कई मामले सामने आए हैं. कांग्रेस को साफ करना चाहिए कि लव जिहाद के ऐसे पाप उनकी नजरों में ठीक है और वे उनका समर्थन करते हैं? प्रदेश मे सरकारी भूमि पर धर्म के नाम पर मदरसा, मजार, मस्जिदें बना कर उन पर कब्जा करने का काम किया गया, क्या इस तरह के लैंड जिहाद का वे समर्थन करते हैं? उन्होंने कहा कांग्रेस नेताओं को साफ करना चाहिए कि वह थूक जिहाद को सही मानते हैं?

कांग्रेस के चरित्र को जानती है जनता : चौहान

चौहान ने कहा कि राज्य मे मुख्यमंत्री धामी द्वारा अवैध मदरसों पर कार्यवाही की जा रही है. कांग्रेस इसका भी विरोध कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य की डेमोग्राफी मे हो रहे परिवर्तन को बचाने के लिए किसी भी कोशिश को स्वीकार नही किया जाएगा. उन्होंने कहा कि समुदाय विशेष को खुश करने के लिए कांग्रेस के चरित्र को जनता बखूबी जानती है. चौहान ने कहा जन सरोकारों के मुद्दे पर खामोश रहने वाली कांग्रेस यूसीसी, धर्मांतरण विरोधी कानून का विरोध करती नजर आती है और राज्य की संस्कृति के सरंक्षण और डेमोग्राफी जैसे मुद्दों पर आक्रामक होती है को की दुर्भाग्यपूर्ण है.