सीसीटीवी के चलते चरस रखने आरोप में जेल जाने से बच गया युवक (देखें वीडियो)#haldawani online

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कोर्ट के आदेश में पुलिस पर आरोपियों के साथ मिलकर फ़साने का आरोप सिद्ध

पुलिस अधीक्षक को मामले की पर कार्यवाही के निर्देश

हल्दवानी skt.com

हल्द्वानी की भोटिया पड़ाव पुलिस पर आरोपियों के साथ मिलकर पीड़ित सूरज आर्या को चरस के केस में फ़साने का खेल किया गया।

कोर्ट के आदेश के बाद पीड़ित अपना पक्ष मीडिया के समक्ष रखते हुए

लेकिन मामले की पोल सीसीटीवी से खुल गई। जिसकी वजह से पीड़ित सूरज जेल जाने से बच गया। पुलिस की साठ गांठ इतनी बड़ी थी कि आरोपी महिला के पीड़ित की दुकान मे चरस रखी उसके तुरंत मात्र फोन करने एसओजी के नाम से पुलिस वहाँ रेड मारी।

साजिस के तहत युवक को तुरंत वहां पर बिठाकर उस चरण का कारोबार करने का आरोप लगाकर ले जाने लगे ऐसी बीच उनके परिवार के लोग आ गए उन्होंने सीसीटीवी कैमरा चेक करने को कहा इसी बीच वहां पर भोटिया पड़ाव चौकी इंचार्ज रवीन्द्र राणा और हलदानी की चार्ज पर रही लाल कुआं की सीओ भी पहुंची।

सीसीटीवी निकालने के बाद सीओ ने पुलिस कर्मियों को युवक को छोड़ने को कहा। तब जाकर एसओजी के तौर पर पहुंची पुलिस बैरंग वापस लौटी।


चरस रखने वाली महिला वहाँ से फरार हो गई। इस मामले को लेकर पीड़ित सूरज निवासी कुलयालपूरा ने उन्हें चरस मे फ़साने की शिकायत को लेकर कोतवाली से लेकर एसपी सिटी के दरबार मे गुहार लगाई। लेकिन उनकी सुनी नही गई। धरना प्रदर्शन तक किया। आखिर में थक हार कर पीड़ित कोर्ट की शरण मे गया।

जहाँ सभी तरह के साक्ष्य, सीसीटीवी फुटेज, पैन ड्राइव, फ़ोटो अदालत में पेश किए गए। पीड़ित के विद्वान अधिवक्ता चंदन सिंह वोहरा के द्वारा साक्ष्य के जिरह करने के बाद न्यायधीश ने फैसला दिया। जिससे पुलिस के कर्मी की गंभीर त्रुटि सामने आई पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में कार्यवाही करने की निर्देश दिए। वहीं अब आरोपियों एवम इस मामले में शामिल पुलिस कर्मियों की ओर से पीडित को समझौता करने के लिए दवाब डलवाया जा रहा है।


पीड़ित पक्ष के लोगो ने न्यायालय के आदेश की प्रति मीडिया कर्मियों को दिखाते हुए न्याय की मांग की है। इस दौरान पीड़ित युवक को समर्थन देने वाले उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल पीड़ित सूरज, उसकी पत्नी, उसकी बहिन, भांजी समेत कई लोग मौजूद रहे।