आखिर क्यों हल्द्वानी में हनुमान चालीसा का पाठ कर लौट रहे लोगों पर किया पथराव?

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हनुमान चालीसा को लेकर देश के विभिन्न राज्यों में इन दिनों बवाल मचा हुआ है। उत्तराखंड में भी पहले रुड़की में हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान पथराव हुआ था। अब हल्द्वानी में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। काठगोदाम के शीशमहल क्षेत्र में शनिवार देर शाम हनुमान चालीसा का पाठ कर लौट रहे लोगों पर पथराव कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 11 लोगों को हिरासत में ले लिया है। दूसरी तरफ घटना को लेकर बजरंग दल के लोग बैठक कर रहे हैं।

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बजरंग दल के पदाधिकारियों का कहना है कि घटना के संबंध में बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा। बता दें, काठगोदाम थाना क्षेत्र में शनिवार की देर शाम करीब 6:30 बजे अचानक उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब मंदिर से हनुमान चालीसा का पाठ करके लौट रहे शीशमहल इलाके के तीन युवकों पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। काठगोदाम थाने में मौजूद लोगों ने बताया कि हनुमान चालीसा पाठ कर घर लौट रहे युवक हनुमान गढ़ी के पास गन्ने का जूस पीने के लिए रुक गए थे।


उसी दौरान वहां करीब 6-7 बाइकों से बड़ी संख्या में समुदा विशेष के लोग पहुंचे और तीनों युवकों के गले में भगवा गमछा पड़ा देख बजरंग दल का सदस्य होने के बारे में पूछा और अचानक हमला कर दिया। जब युवकों ने इसका विरोध किया तो दूसरे पक्ष ने पथराव शुरू कर दिया। शोर सुनकर बस्ती के लोग मौके पर पहुंचे और तीन आरोपियों को दबोच लिया। समुदाय विशेष के एक युवक ने किसी को फोन किया और कुछ ही देर में 50-60 लोग शीशमहल चौराहे पर पहुंचे और पथराव शुरू कर दिया।


पथराव कर रही भीड़ में कुछ के पास धारदार हथियार, लाठी-डंडे और कुछ लोगों के पास तमंचे भी थे। हथियारों से लैस भीड़ ने अपने दो साथियों को छुड़वाया और दूसरे पक्ष की ओर से पथराव होने पर तमंचा लहराते हुए फरार हो गए। बताया कि इस दौरान समुदाय विशेष के तीसरे व्यक्ति को लोगों ने दुकान में बंद कर दिया। सूचना पर पहुंची काठगोदाम पुलिस मामला शांत कराकर एक पक्ष को लेकर थाने पहुंची। काफी देर की बातचीत के बाद एक पक्ष ने तहरीर देते हुए जल्द से जल्द पथराव करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।