पंचतत्व में विलीन हुए रमेश पाल , हल्द्वानी उमड़ पड़ा विदाई देने

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Haldwani skt. com

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पाल ग्रुप के चैयरमैन रमेश पाल आज पंचतत्व में विलीन हो गए। हजारो लोगो ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। यहां राजपुरा स्थित मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया उनके अंतिम संस्कार में हल्द्वानी और इसके आसपास के हजारों लोग उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे ।

आज सवेरे 9:30 बजे उनके आवास से अंतिम यात्रा निकाली जो की राजपुरा स्थित मुक्तिधाम पहुंची इस दौरान पूरे नैनीताल रोड में जगह-जगह खड़े होकर लोग उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने को खड़े हुए थे इसके अलावा उनके रिश्तेदार परिजन और हल्द्वानी के उनके सभी चाहने वाले मुक्तिधाम में पहुंचकर उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे।

उनके पांच भाइयों और दो पुत्रों ने उन्हें प्रणाम करके अंतिम विदाई दी और रमेश पाल के बड़े पुत्र अजय पाल और छोटे पुत्र अशोक पाल ने उन्हें मुखाग्नि दी।

इस मौके पर बाल ग्रुप के सभी एसोसिएट कंपनियों के अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद रहे इस मौके पर विशेष रूप से हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश ,कालाढूंगी के विधायक बंशीधर भगत ,लाल कुआं के विधायक डॉक्टर मोहन बिष्ट, लाल कुआं के पूर्व अध्यक्ष रामबाबू मिश्रा वर्तमान अध्यक्ष लाल चंद्र सिंह मंडी परिषद के अध्यक्ष डॉ अनिल कपूर डब्बू, स्टोन प्रेशर संगठन के सभी पदाधिकारी जिनमें मुख्य रूप से के आर शर्मा महेश शर्मा अभिषेक अग्रवाल संजय तलवार, प्रान्तीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष नवीन वर्मा, देवभूमि व्यापार मंडल के अध्यक्ष हुकुम सिंह कुंवरसमेत हजारो की संख्या में उनके कई वर्षों से कारोबार में सहयोगी रहे लोग शामिल रहे।

ग्रुप में शामिल सभी कंपनियों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी जैसा कि बताया गया कि सुबेरे ठीक थे इसलिए वह घर से निकल गए। कल सवेरे घर से निकलने के बाद उन्हें अचानक सीने में दर्द की शिकायत हुई ड्राइवर उन्हें सीधे अस्पताल ले गया लेकिन वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत्यु घोषित कर दिया।

इसके बाद यह सूचना पूरे शहर तथा राज्य में आंख की तरह फैल गई लोगों में दुख जताने की होड़ ऐसी लगी वह उनके घर आकर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचने लगे शाम तक हजारों लोगों ने उन्हें अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि व्यक्त की कई लोगों ने बताया कि रमेश पाल बहुत ही मिलनसार व्यक्ति थे तथा वह छोटे कर्मचारियों के प्रति काफी संवेदनशील माने जाते थे

उन्होंने अपनी सभी फर्मो में छोटे कर्मचारियों का वेतन समय पर देने के निर्देश दिए हुए थे जिसकी वजह से सभी कर्मचारी उनका बहुत सम्मान करते थे तथा वह हर कर्मचारी को अपनी तरफ से अलग मदद भी कर दिया करते थे और वह पूरे पाल ग्रुप में बाबूजी के नाम से प्रसिद्ध थे