ग्रामीणों ने लगाए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ताले, बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं से जनता नाराज

ख़बर शेयर करें



ग्रामीणों ने लगाए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ताले, बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं से जनता नाराज
चम्पावत के बाराकोट प्राथमिक चिकित्सालय की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से आक्रोशित जनप्रतिनिधियों ने बुधवार सुबह स्वास्थ्य केंद्र में ताले जड़ दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब अस्पताल का लाभ क्षेत्र की जनता को नहीं मिल रहा है तो ऐसे अस्पताल का क्या फायदा। अगर व्यवस्थाएं ठीक नहीं होती तो जल्द एक बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा।

Ad
Ad


बता दें राजकीय कन्या इंटर कॉलेज काकड़ की एक छात्रा को आवारा कुत्ते ने काट लिया। जब कॉलेज की अध्यापिकाएं छात्रा को इलाज के लिए हॉस्पिटल लेकर पहुंची तो अस्पताल में पर्यावरण मित्र के अलावा कोई डॉक्टर या कर्मचारी नहीं था। जिसके बाद छात्रा का बाराकोट के एक निजी क्लीनिक में उपचार कराया गया।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगाए ताले
मामले को लेकर जब जनप्रतिनिधियों ने सीएमओ चंपावत से वार्ता की तो सीएमओ चंपावत ने कहा की हमारे चिकित्सालय में सभी सुविधाएं हैं। जिस पर आक्रोशित होकर बाराकोट के ज्येष्ठ प्रमुख नंदा वल्लभ बगोली द्वारा प्राथमिक चिकित्सालय में ताला लगा दिया गया। उन्होंने कहा जब अस्पताल का लाभ क्षेत्र की जनता को नहीं मिल रहा है तो ऐसे अस्पताल का क्या फायदा।

ग्रामीणों ने दी जन आंदोलन की दी चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि जल्द एक बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा। जब तक प्रशासन से वार्ता नहीं होती है और अस्पताल की स्वास्थ व्यवस्थाएं नहीं सुधरती है तब तक स्वास्थ्य केंद्र में तालाबंदी जारी रहेगी। बता दें स्वास्थ्य विभाग की बदहाल व्यवस्थाओं पर क्षेत्रीय जनता में काफी आक्रोश है।

ग्रामीणों ने की कार्यवाही की मांग
ग्रामीणों ने डीएम चंपावत नवनीत पांडे से बाराकोट की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुधारने और लापरवाह कर्मचारियों पर कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने कहा आए दिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से मरीजों की जान पर बनती है। अस्पताल सिर्फ रेफर केंद्र बनकर रह गया है