उत्तराखंड- किशोरी की मौत का मामला पहुंचा सड़क से सदन तक ,परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

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 देहरादून से एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है, मिली जानकारी के मुताबिक यहां एक रिहायशी इलाके रेसकोर्स में एक नाबालिग लड़की का शव एक फ्लैट से मिला है, किशोरी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में एक फ्लैट के शौचालय में लटका हुआ मिला है, किशोरी की मौत पर उसके परिजनों में मातम छा गया है, वहीं उन्होंने हत्या सहित बहुत ही संगीन आरोप लगाएं है, जिनकी जांच में पुलिस जुट गई है,यह मामला आत्महत्या या हत्या का इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस जुटी हुई है,यह मामला सड़क से सदन तक जा पहुंचा है,

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प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह मामला रेसकोर्स में विधायक आवास के नजदीक स्थित एक फ्लैट हैं, बताया जा रहा है कि यहां फ्लैट में एक मृत अवस्था में किशोरी मिली है, किशोरी एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थी, यहां घर का कामकाज करती थी, जबकि उसकी मां कूड़ा बीनने का काम करती है, किशोरी रेसकोर्स स्थित एक शिक्षक के फ्लैट में बतौर नौकरानी के रुप में काम करती थी, बृहस्पतिवार की सुबह पुलिस को नाबालिग किशोरी के फ्लैट में आत्माहत्या करने की सूचना मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और देखा कि किशोरी का शव बाथरूम में कपड़े के फंदे से फासी पर लटका हुआ है, वहीं मृतका के परिजनों ने उसकी मौत को लेकर मकान स्वामी पर बेहद संगीन आरोप लगाएं है,उनका कहना है उनकी बेटी की हत्या की गई है, वहीं पुलिस ने इस मामले में फ्लैट के मलिक अभिषेक लूथरा सहित तीन अन्य लोगों के खिलाफ छेड़छाड़, हत्या और पाक्सो एक्ट में मुकदमा कर लिया है,

वहीं इस मामले की भनक सड़क से सदन तक जा पहुंची, जिसके बाद विपक्षी नेताओं ने जमकर हो हल्ला किया, कांग्रेस विधायकों ने इस मामले में एक स्वर में कहा कि जब राजधानी में कानून व्यवस्था का यह आलम है तो अन्य जिलों की बात ही छोड़िए, नेता विपक्ष यशपाल आर्या ने इस घटना को दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए राजधानी की कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल उठाए, वहीं जन महिला शक्ति की महानगर अध्यक्ष श्रीमती कल्पना तिवारी ने कहा कि राजधानी जैसी जगह पर बेटियां सुरक्षित नहीं है, तो बाकी शहरों में उनका क्या हाल होगा यह कहना मुश्किल है, उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग करते हुए कहा कि पुलिस आरोपियों जल्द गिरफ्तार करे वरना इस मामले को मंच द्वारा उठाया जाएगा