उत्तराखंड-यहाँ शुरू हुई G-20 की इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह की बैठक, 16 देशों के प्रतिनिधि ले रहे भाग

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G-20 की इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह की बैठक आज से टिहरी के नरेंद्रनगर में शुरू हो गई है। इस बैठक में जी-20 सदस्य देशों के साथ ही आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के कुल 63 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं।

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ऋषिकेश के पास नरेंद्रनगर में जी 20 के ढांचागत विकास कार्य समूह की तीसरी बैठक आज से शुरू हो गई है। इस बैठक में जी-20 सदस्य देशों के साथ ही आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं। आज होने वाली बैठक में 2023 ढांचागत विकास की विभिन्न कार्य धाराओं की दिशा की ठोस प्रगति पर चर्चा की जाएगी।

बैठक में आयोजित किए जाएंगे दो सेमिनार
आज से शुरू हो चुकी बैठक में कल के शहरों का वित्त पोषण, समावेशी, लचीला और टिकाऊ पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह की बैठक में दो सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।

पहला सेमिनार एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक के साथ साझेदारी में ‘टिकाऊ शहरों के रोडमैप पर आयोजित किया जाएगा। इसका आयोजन सोमवार को किया जाएगा। इसके साथ ही दूसरे सेमिनार का आयोजन 27 जून को किया जाएगा।

नुसंतारा शहर के ढांचागत मॉडल समझेंगे प्रतिनिधि
जी- 20 की ये बैठक तीन सत्रों में होने वाली है। इसमें जी- 20 के तीव्र शहरीकरण और समावेशिता, प्रौद्योगिकी, इंफ्राटेक और डिजिटलीकरण की भूमिका की खोज के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन से लेकर बुनियादी ढांचे के लचीलेपन तक की सभी प्रमुख चुनौतियों को जानने और समझने मौका मिलेगा।

विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधि दुनिया के सबसे महत्वाकांक्षी शहरों में से एक नए शहर नुसंतारा शहर के मॉडल को समझेंगे। इसके साथ ही इस बैठक में अंतरराष्ट्रीय व देश के विशेषज्ञ भी चर्चा में शामिल होंगे।

बैठक में शामिल होने वाले मेहमान करेंगे गंगा आरती
जी- 20 की इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह की बैठक में शामिल होने वाले सभी विदेशी मेहमान गंगा आरती करेंगे। इसके साथ ही तीन दिवसीय बैठक के दौरान औपचारिक चर्चा का भी आयोजन किया जाएगा।

सभी विदेशी मेहमान सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे और उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति के दर्शन भी करेंगे। देवभूमि की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के दर्शन के साथ ही विदेशी मेहमान स्थानीय व्यंजनों का स्वाद भी लेंगे। ऋषिकेश के आध्यात्मिक वातावरण और प्राकृतिक छटा का अनुभव भी विदेशी मेहमानों को कराया जाएगा।