अंकिता हत्याकांड को पूरे हुए दो साल, अब तक सामने नहीं आया VIP का नाम, परिवार को न्याय की आस
अंकिता हत्याकांड को दो साल पूरे हो गए हैं। लेकिन अब तक इस मामले में कई राज ऐसे हैं जो राज ही रह गए हैं। मामले में बार-बार किसी वीआईपी का जिक्र हुआ लेकिन अब तक इस वीआईपी का नाम सामने नहीं आ पाया है। अंकिता के माता-पिता कई बार धरने पर बैठकर न्याय की मांग कर रहे हैं लेकिन अब तक कुछ भी सामने नहीं आया जिस से इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझ पाए। इस मामले के तीनों आरोपी अब भी जेल में हैं और परिवार इंसाफ मिलने की आस में है।
उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड को दो साल पूरे हो गए हैं। ये वही हत्याकांड है जिसने पूरी देवभूमि को हिला कर रख दिया था। पहाड़ से लेकर मैदान तक अंकिता के लिए न्याय की मांग करते हुए लोग सड़कों पर उतर आए थे। कैंडल मार्च निकाले गए कई सभाएं की गई लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी परिवार की न्याय की आस पूरी नहीं हो पाई है। अब तक इस हत्याकांड का पर्दाफाश नहीं हो पाया है।
अंकिता हत्याकांड मामले में अब तक क्या-क्या हुआ ?
आज से ठीक दो साल पहले अंकिता भंडारी की हत्या से पूरा उत्तराखंड दहल गया था। इस मामले में तीन आरोपियों रिजॉर्ट का मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता और सौरभ भाष्कर को गिरफ्तार किया गया। अब तक मामले की सुनवाई हो रही है।
बता दें कि मामले की जांच फिलहाल एसआईटी कर रही है। एसआईटी ने मामले में कुल 100 गवाह बनाए थे। जिसमें से 51 लोगों की गवाही बाकी है। जबकि 49 गवाही हो चुकी है। 49 गवाह अब तक पौड़ी क्षेत्र के वनंत्रा रिजॉर्ट के काले राज कोर्ट को बता चुके हैं। जबकि तीनों आरोपी अब भी कारागार में न्यायिक अभिरक्षा में बंद हैं।
पुलिस जांच में क्या आया सामने ?
मामले की जांच में सामने आया कि पौड़ी के वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करते हुए अंकिता भंंडारी को सिर्फ 20 दिन ही हुए थे। 20 दिनों के अंदर ही वो यहां से नौकरी छोड़कर जाना चाहती थी। इसके पीछे की वजह इस रिजॉर्ट में हो रहे काले कारनामे थे। जांच में सामने आया कि इस रिजॉर्ट में बड़े-बड़े लोग आते थे। इन लोगों की अय्याशी के लिए यहां प्रबंध किया जाता था। जब अंकिता को इस बारे में भनक लगी तो वो यहां से जाना चाहती थी। 18 सितंबर 2022 की रात अंकिता की हत्या इसीलिए कर दी गई क्योंकि वो यहां के राज जान चुकी थी।
एसआईटी मामले की गहराई से जांच करने की बात कह रही है लेकिन परिवार लगातार जांच को लेकर सवाल उठा रहा है। एसआईटी का दावा है कि केस मजबूत करने के लिए 100 लोगों को गवाह बनाया गया है और उनके मजिस्ट्रेटी बयान भी कराए गए हैं।
अब तक सामने नहीं आया VIP का नाम
इस मामले को दो साल बीत गए और जांच आज भी चल रही है। लेकिन अब तक वीआईपी कौन था इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है। वीआईपी का नाम अब तक सामने नहीं आ पाया है। हांलाकि अंकिता के परिवार ने कई बार वीआईपी के नाम को लेकर दावा किया लेकिन फिर भी कोई नाम अब तक सामने नहीं आया है।
अब तक की पुलिस की जांच और कुछ गवाहों के बयान भी इसी ओर इशारा करते हैं कि रिजॉर्ट में आने वाले मेहमान जिन्हें स्पेशल सर्विस चाहिए होती थी उन्हें वीआईपी कहा जाता था। लेकिन जब रिजॉर्ट की गेस्ट लिस्ट चेक की गई तो ऐसे किसी व्यक्ति का नाम सामने नहीं आया जो कोई नामी व्यक्ति हो। ऐसे में सवाल दो साल पहले भी यही था और आज भी यही है कि आखिर वो वीआईपी था कौन ? इसके साथ ही ये सवाल भी उठ रहा है कि दो साल की जांच के बाद भी वीआईपी का नाम अब तक सामने क्यों नहीं आ पाया ?
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