टैगोर पब्लिक स्कूल का तीसरा फाउंडेशन डे में दिखी उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान

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पंचांग थीम से मनाए गए इस वार्षिकोउत्सव पर बच्चों में दिखी भविष्य के भारत की उम्मीद

हल्द्वानी skt. com
पांडे नवाड स्थित टैगोर पब्लिक स्कूल का तीसरा फाउंडर डे बड़े धूमधाम एवं उत्साह के साथ मनाया गया इस अवसर पर स्कूल के छोटे बच्चों द्वारा उत्तराखंडी संस्कृति के अलावा भारत के विभिन्न राज्यों के संस्कृति को उजागर करते हुए अपनी प्रस्तुतियां दी ।

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कार्यक्रम को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि जैसे बच्चों में भारत और उत्तराखंड की संस्कृति कूट-कूट कर भरी हुई है वह अपनी संस्कृति के साथ विकास और आधुनिकता की ओर बढ़ना चाहते हैं । इसी थीम पर पंचांग नाम को सारगर्वित करते हुए बच्चों ने अपने कार्यक्रमों के माध्यम से यह दिखाना चाहा कि भारत की संस्कृति विश्व गुरू बनाती है।

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के चैयरमैन जगदीश सिंह पिमोली तथा अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

अपने उद्बोधन में विद्यालय के सीईओ वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि विद्यालय पूरे वर्ष भर में बच्चों सर्वांगीण विकास के कार्यक्रमों को आयोजित करते हुए भारत की तथा उत्तराखंड की संस्कृति को बच्चों के मन में उतारने के लिए कार्यक्रम आयोजित करता रहता है ।

विद्यालय के द्वारा वर्ष भर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की झलकियां उपस्थित लोगों के सामने प्रस्तुत की गई जिससे लगा कि विद्यालय अपने बच्चों को भारत के भविष्य का संबंध नागरिक बनाने के लिए पूर्व जोर प्रयास कर रहा है ।

इस अवसर पर विद्यालय परिवार द्वारा तैयार किए गए यूकेजी एलकेजी वह फ्री नर्सरी के किताबों का भी विमोचन किया गया ।वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने इन किताबों को तैयार करने वाले शिक्षक और शिक्षकों तथा प्रधानाचार्य को चैयरमैन जगदीश सिंह पिमोली के माध्यम से अप्रिशिएसन प्रमाण पत्र भी प्रदान करवाया ।


उन्होंने बताया कि टैगोर पब्लिक स्कूल ने इन तीनों कक्षाओं की तीन किताबों को स्वयं तैयार किया है तथा उत्तराखंड के और भारत के भविष्य को देखते हुए इन किताबों की रचना की है।


विद्यालय के अध्यक्ष जगदीश सिंह पिमोली ने विद्यालय के सीईओ वीरेंद्र सिंह बिष्ट प्रधानाचार्य मैडम शर्मा तथा विद्यालय के शिक्षक शिक्षकों और स्टाफ को बेहतर शिक्षा प्रदान करने तथा बच्चों में अच्छे संस्कार डालने के लिए उनका धन्यवाद किया।

इस अवसर पर हल्द्वानी के अधिकांश विद्यालयों के अध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य गण मौजूद रहे। बच्चों के कार्यक्रमों के साथ ऐसा लग रहा था कि इन बच्चों को हर तरह की विधा से पारंगत कराया जा रहा है कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के ही बच्चों द्वारा किया जा रहा था जो की एक विश्वविद्यालय स्तरीय संचालन की तरह लग रहा था। वही इस तरह के कार्यक्रम से निश्चित तौर पर बच्चों में अपनी सभ्यता और संस्कृति के साथ विकास करने की ललक पैदा होती है ।

कार्यक्रम में उत्तराखंड की लोक गायिका खुशी जोशी और गोविंद अधिकारी द्वारा कुमाऊनी गीत और झोड़ा गया गया जिसे भी बहुत से लोगों ने सराहा ।अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्य शर्मा मैडम ने सभी उपस्थित लोगों का कार्यक्रम आने पर आभार व्यक्त किया