यहां अचानक तलाब बनी ईदगाह, किसी की शरारत या हादसा? पढ़े खबर!
कोरोना काल के दो साल बाद ईद-उल-फितर की नमाज ईदगाहों में अदा की गई, लेकिन मंगलौर में ऐसा नहीं हो पाया। यहां इस बार भी नमाजियों को ईद की नमाज ईदगाह में नहीं बल्कि कस्बे के इंटर कॉलेज में अता करनी पड़ी। लोगों ने सौहार्दपूर्ण माहौल का परिचय देते हुए शांतिपूर्वक नमाज अदा की और अपने-अपने घरों को लौट गए।
दरअसल, ईदगाह के करीब एक रजबाहा है, जिसका बंधा टूटने से ईदगाह में पानी भर गया। ये हादसा था या किसी की शरारत ये तो जांच का विषय है, लेकिन ईदगाह में पानी भरने के कारण प्रशासन के हाथपांव फूल गए। सूचना पर अधिकारी, पुलिस और प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे और ईदगाह में भरे पानी को निकालने का काम किया। लेकिन, सुबह तक भी ईदगाह से पूरी तरह पानी नहीं निकल सका।
इसके बाद कस्बे के लोगों ने नेहरू राष्ट्रीय इंटर कॉलेज में ईद की नमाज अता की। मंगलौर कस्बे में इस बार भी ईद की नमाज ईदगाह में अदा नहीं हो पाई, रजबाहे का बंधा टूटने के कारण ईदगाह तालाब में तब्दील हो गई। स्थानीय लोगों सहित प्रशासन के ने पानी निकालने का काफी प्रयास भी किया, लेकिन समय कम होने के कारण पानी को पूरी तरह से नहीं निकाला जा सका।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 सच की तोप व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें